नालंदा में करंट लगने से 3 लोगों की अकाल मौत

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में विद्युत करंट लगने की तीन अलग-अलग घटनाओं में तीन लोगों की दुखद मृत्यु हो गई। इन घटनाओं ने विद्युत विभाग की लापरवाही और बुनियादी ढांचे की खामियों को उजागर किया है। परिजन और ग्रामीण इन मौतों के लिए विद्युत विभाग को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
राजगीर में बुजुर्ग की करंट से मौतः राजगीर थाना क्षेत्र के बराकर गढ़पर गांव के पास एक दर्दनाक हादसे में 60 वर्षीय सिया यादव की करंट लगने से मौत हो गई। मृतक साहपुर गांव निवासी स्व. राम लखन यादव के पुत्र थे।
जानकारी के अनुसार सिया यादव बाजार से खरीदारी कर पैदल अपने गांव लौट रहे थे। इसी दौरान बराकर गढ़पर गांव के पास एक विद्युत पोल से उनका संपर्क हो गया, जिसमें बिजली प्रवाहित थी। करंट की चपेट में आने से उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।
परिजनों और ग्रामीणों ने इस घटना के लिए विद्युत विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना है कि खराब रखरखाव और पुराने बिजली के खंभों की मरम्मत न होने के कारण यह हादसा हुआ। सिया यादव की मौत के बाद उनके परिवार में चीख-पुकार मच गई। परिजनों ने विद्युत विभाग से मुआवजे की मांग की है और इस मामले में कार्रवाई की अपील की है।
सिलाव में युवक की दुखद मृत्युः सिलाव थाना क्षेत्र के मितवा मुसहरी गांव में एक अन्य हादसे में 29 वर्षीय करकू मांझी की करंट लगने से मौत हो गई। करकू अपने घर के पीछे शौच के लिए गए थे, जब रास्ते में एक टूटा हुआ विद्युत तार उनके संपर्क में आ गया। बारिश के कारण तार जमीन पर झूल रहा था और पैर फिसलने से करकू उस पर गिर गए, जिससे उनकी जान चली गई।
ग्रामीणों और परिजनों ने इस घटना के लिए भी विद्युत विभाग को जिम्मेदार ठहराया। वार्ड पार्षद अजय मांझी ने बताया कि गांव में बिजली के तार बिना पोल के ताने गए हैं, जो बारिश में अक्सर टूटकर जमीन पर गिर जाते हैं।
उन्होंने कहा कि हमने कई बार विद्युत विभाग को इसकी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। विभाग की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ।
विद्युत विभाग के कनीय अभियंता के.के. रेड्डी ने बताया कि ग्रामीणों के विरोध के कारण पोल नहीं गाड़ा जा सका। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि विभाग की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिसके परिणामस्वरूप यह हादसा हुआ।
खुदागंज में किसान की मौतः खुदागंज थाना क्षेत्र के बौरी सराय गांव के खंधा में एक और दुखद घटना में 55 वर्षीय किसान अजीत साव की करंट लगने से मृत्यु हो गई। अजीत साव अपने खेत में बिचड़ा देखने जा रहे थे। जब वे पहले से जमीन पर गिरे, एक विद्युत प्रवाहित तार के संपर्क में आ गए। इस हादसे में उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
अजीत साव परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य थे और उनकी मृत्यु के बाद परिवार में कोहराम मच गया। गांव में उनकी चीख-पुकार गूंज रही थी। थानाध्यक्ष रवि कुमार गुप्ता ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मॉडल अस्पताल भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि लिखित शिकायत मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विद्युत विभाग पर सवालः इन तीनों घटनाओं ने विद्युत विभाग के रखरखाव और बुनियादी ढांचे की खामियों को उजागर किया है। ग्रामीणों का आरोप है कि पुराने और जर्जर बिजली के खंभे, बिना पोल के झूलते तार और समय पर मरम्मत न होने के कारण ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं। परिजनों ने मुआवजे के साथ-साथ दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।









