बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार में शराबबंदी की हवा निकाल रहे धंधेबाज अब होम्योपैथिक दवा से विभिन्न बांडों की नकली शराब बना रहे हैं।
इसका खुलासा उत्पाद विभाग की टीम ने दीपनगर थाना क्षेत्र के मेघी-नगमा गांव में छापेमारी कर किया। धंधेबाज दवा विकास कुमार का दुरुपयोग कर उससे नकली शराब बना रहा था।
मौके से 180 बोतल में होम्योपैथिक दवा, जिसमें डाइल्यूशन, हिपर सल्फर-200, तैयारी शराब, अलग-अलग ब्रांडों की खाली बोतल, रैपर, कॉर्क बरामद हुआ।
खबरों के मुताबिक उत्पाद अधीक्षक उमाशंकर प्रसाद ने को गुप्त सूचना मिली कि होम्योपैथिक दवा से शराब निर्माण किया जा रहा है। जिसके बाद टीम गठित कर छापेमारी की गई। धंधेबाज दवा का दुरुपयोग कर उसके इस्तेमाल से विभिन्न ब्रांडों की नकली शराब निर्माण करता था।
मौके से धंधेबाज विकास कुमार को गिरफ्तार कर दवा, शराब व अन्य सामानों को जब्त किया गया। गिरफ्तार धंधेबाज से पूछताछ के आधार पर टीम अग्रेतर कार्रवाई में जुटी है। दवा से शराब निर्माण के खुलासा से इलाके के ग्रामीण हैरान रह गए। मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
ग्रामीणों ने बताया कि धंधेबाज की हरकत संदिग्ध लगती थी। वे लोग विकास को होम्योपैथ का डॉक्टर समझते थे। धंधेबाज निर्माण नकली शराब की बिक्री इलाके में करता था। हिपर सल्फर दवा का इस्तेमाल जख्म सूखाने में होता है। इस से बनी शराब जानलेवा हो सकती है।
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