नगरनौसा में जनता दरबार से लौट रहे युवक की गोली मारकर हत्या

नगरनौसा (नालंदा दर्पण)। नगरनौसा थाना क्षेत्र के दुधैला गांव के पास एक बार फिर जमीन विवाद ने खूनी रूप ले लिया, जब घात लगाए अपराधियों ने जनता दरबार से लौट रहे बडीहा गांव निवासी अशोक यादव के 32 वर्षीय पुत्र रवि कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना ने क्षेत्र में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है, और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार रवि कुमार शनिवार को नगरनौसा थाना में आयोजित जनता दरबार में एक जमीनी विवाद के सिलसिले में शामिल होने गए थे। जनता दरबार समाप्त होने के बाद वह अपने गांव बडीहा लौट रहे थे। इसी दौरान दुधैला गांव के पास पहले से घात लगाए अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। गोली रवि के दोनों पैर, सीने और गले के पास लगी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि हत्या का कारण पारिवारिक संपत्ति विवाद हो सकता है।
गोलीबारी की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए। सूचना मिलते ही नगरनौसा थाना पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को खदेड़कर हिरासत में लिया। हालांकि एक आरोपी मौके से फरार होने में सफल रहा। गांव में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। हिलसा के डीएसपी वन सुमित कुमार स्वयं घटनास्थल पर पहुंचे और परिजनों को समझाने-बुझाने के साथ-साथ मामले की छानबीन में जुट गए।
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है, जब बडीहा गांव में जमीन विवाद ने हिंसक रूप लिया हो। वर्ष 18 सितंबर 2015 को नगरनौसा के तत्कालीन थानाध्यक्ष अवधेश कुमार की भी इसी गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस समय थानाध्यक्ष एक वारदात की सूचना पर बडीहा गांव पहुंचे थे, जहां अपराधियों ने उन पर हमला कर दिया था।
उस घटना में भी जमीन विवाद को लेकर राम उचित यादव और कपिल यादव के बीच गोलीबारी हुई थी, जिसमें राम उचित यादव घायल हो गए थे। इस मामले में रवि कुमार भी आरोपित था और उसने 12 साल की जेल की सजा काटी थी। वह इसी वर्ष जनवरी में जेल से रिहा होकर बाहर आया था।
हिलसा डीएसपी वन सुमित कुमार ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। फरार आरोपी की तलाश में छापेमारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और गांव में शांति बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
इस घटना के बाद बडीहा और आसपास के गांवों में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों में आक्रोश और डर का मिश्रित माहौल देखा जा रहा है। पुलिस और प्रशासन ने स्थिति पर काबू पाने के लिए कई थानों की पुलिस को घटनास्थल पर बुलाया है। परिजनों और ग्रामीणों को शांत करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी लगातार प्रयास कर रहे हैं।









