बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। वीरता और देशभक्ति से ओतप्रोत ‘वीर गाथा प्रोजेक्ट 4.0’ के अंतर्गत गतिविधियों की समयसीमा नजदीक आ रही हैं, लेकिन जिले के कई स्कूलों द्वारा अभी तक पोर्टल पर प्रविष्टियां नहीं की गई हैं। शिक्षा और रक्षा मंत्रालय के संयुक्त तत्वाधान में चल रही इस योजना के तहत सभी स्कूलों को अपने छात्रों की गतिविधियों को 18 अक्टूबर तक Mygov.in पोर्टल पर प्रविष्ट करना अनिवार्य किया गया हैं।
बिहार शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा पदाधिकारी के जरिए सभी स्कूल के हेडमास्टरों को पत्र भेजकर अपनी नाराजगी जाहिर की हैं और चेतावनी दी हैं कि समय पर प्रविष्टि नहीं करने वाले हेडमास्टर और संबंधित अफसरों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
‘वीर गाथा’ प्रोजेक्ट का उद्देश्य छात्रों के भीतर देशभक्ति और हमारे वीर जवानों के प्रति सम्मान की भावना को प्रोत्साहित करना हैं। इस परियोजना के अंतर्गत देश भर के स्कूलों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता हैं, जिनमें प्रमुख रूप से कहानी लेखन, कला प्रदर्शन और वीर सपूतों पर लेख लिखने जैसी प्रतियोगिताएं शामिल हैं।
विजेता छात्रों की सूची का मूल्यांकन करके उन्हें पोर्टल पर अपलोड किया जाता हैं। उसके जरिए राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 100 छात्रों का चयन किया जाता हैं। उन्हें रक्षा मंत्रालय की ओर से 10 हजार रुपये की इनामी राशि दी जाती हैं।
हालांकि विभागीय अफसरों के अनुसार इस वर्ष अपेक्षाकृत कम प्रविष्टियां दर्ज की गई हैं, जो चिंता का विषय हैं। इस संबंध में स्कूलों को पहले से ही निर्देश दिए गए थे, लेकिन जिले में प्रायः स्कूलों ने अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की हैं। जो हेडमास्टर इस निर्देश का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होना तय हैं।
बता दें कि ‘वीर गाथा’ प्रोजेक्ट छात्रों के लिए न केवल एक प्रतियोगिता हैं, बल्कि एक ऐसा मंच हैं, जहां वे अपने विचारों के जरिए से देश के वीर सपूतों को सम्मानित कर सकते हैं और अपने भीतर देशप्रेम की भावना को और भी मजबूत कर सकते हैं।
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