बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। चंडी अंचल का गजब कारनामा सामने आया है। एक ही जमीन की प्लाट को दो लोगों के नाम रसीद काटी जा रही है।
जब जमीन के मालिक ने उक्त जमीन पर घर बनाना शुरू किया तब दबंगों ने जमीन पर अपना मालिकाना हक जताते हुए चंडी पुलिस के संरक्षण में निर्माण कार्य पर रोक लगवा दी है।
अब भूस्वामी अपनी जमीन पर कब्जे को लेकर नालंदा के जिलाधिकारी के सामने गुहार लगाई है।
चंडी थाना क्षेत्र के नवादा गांव के देवनन्दन केवट ने नालंदा जिलाधिकारी और डीजीपी बिहार को लिखे आवेदन में जिक्र किया है कि उनके पिताजी स्व विश्वेश्वर केवट ने यमुना पांडेय की विधवा शिववरत कुंअर से 11 अप्रैल,1964 में प्लाट नंबर 4674 आराजी 10 डी० एवं 4673 अराजी 4 डी० जमीन खरीद किये थे। खरीद करने के बाद से ही जोत आबाद करते चले आ रहे हैं।
जब परिवार के सदस्यों को रहने के लिए घर की जरूरत पड़ी तो खाता संख्या 4674 में मकान निर्माण शुरू किया। तब गांव के ही श्रवण कुमार तथा उनके पुत्रों ने चंडी थानाध्यक्ष से मिलकर दोनों प्लाट पर निर्माण एवं कृषि कार्य पर रोक लगवा दी।
चंडी के थानाध्यक्ष ने मुझे बुलाकर कहा कि उक्त जमीन श्रवण कुमार की है, जिसका रसीद उसके द्वारा प्रस्तुत किया गया है। तुमलोग कोई काम नहीं करना और न पिलर देना।
बकौल देवनन्दन केवट, उसने भी जमीन का कागज और रसीद दिखाया और खाता संख्या 4674 पर अपना दावा किया, लेकिन थानाध्यक्ष राजी नहीं हो रहें हैं।
पीड़ित देवनन्दन केवट ने डीजीपी बिहार को आवेदन लिखकर अपने जान माल की रक्षा की गुहार लगाई है।
साथ ही जिलाधिकारी नालंदा से एक ही प्लाट पर दो लोगों के रसीद काटे जाने और चंडी अंचल के कर्मचारी की भूमिका की जांच करने एवं अपनी जमीन पर कब्जा दिलाने की मांग की है।
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