करायपरसुराय थाना क्षेत्र में जमीनी विवाद में बुजुर्ग की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या

करायपरसुराय (नालंदा दर्पण संवाददाता)। नालंदा जिले के करायपरसुराय थाना क्षेत्र अंतर्गत नेउसुरा गांव में आज मंगलवार दोपहर उस समय खून की होली खेली गई, जब वर्षों पुराने जमीनी विवाद ने एक 68 वर्षीय बुजुर्ग की जान ले ली। हमलावरों ने दिनदहाड़े बुजुर्ग पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना से गांव सहित पूरे इलाके में दहशत का माहौल है और लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं।
मृतक बुजुर्ग की पहचान रामवृक्ष यादव (उम्र लगभग 68 वर्ष), ग्राम नेउसुरा, थाना करायपरसुराय के रूप में हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि रामवृक्ष यादव और उनके चचेरे भाई स्व. बच्चन यादव के परिजनों के बीच करीब डेढ़ बीघे जमीन को लेकर पिछले दस साल से अधिक समय से विवाद चल रहा था। दोनों पक्षों ने इस जमीन पर कब्जे को लेकर कई बार कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाए, लेकिन बात नहीं बनी।
मंगलवार दोपहर करीब 2:30 बजे रामवृक्ष यादव अपने खेत की ओर जा रहे थे। इसी दौरान विपक्षी पक्ष के चार-पांच लोग पहले से घात लगाए बैठे थे। जैसे ही वे नज़दीक पहुंचे, हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ तीन राउंड फायरिंग कर दी। एक गोली सीने में और दो गोलियां पेट में लगीं। गोली लगते ही रामवृक्ष यादव जमीन पर गिर पड़े और तड़पते हुए कुछ ही मिनटों में दम तोड़ दिया। हमलावर फायरिंग करते हुए मौके से फरार हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही करायपरसुराय थाना प्रभारी संजीव कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बिहारशरीफ भेज दिया। साथ ही घटनास्थल से खोखा, कुछ जले हुए अवशेष और अन्य साक्ष्य जुटाए गए।
करायपरसुराय थाना प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला पुरानी रंजिश का लग रहा है, लेकिन कुछ तथ्य संदिग्ध भी हैं। इसलिए हत्या के हर पहलू से गहन जांच की जा रही है। नामजद और बेनामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए कई ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। पुराने मुकदमों के कागजात, गवाहों के बयान और तकनीकी जांच के आधार पर जल्द ही आरोपी पुलिस गिरफ्त में होंगे।
इधर, घटना के बाद गांव में भारी तनाव व्याप्त है। दोनों पक्षों के लोग एक-दूसरे को देखते ही भड़क उठने की स्थिति में हैं। स्थिति को देखते हुए करायपरसुराय पुलिस ने गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है। साथ ही आसपास के थानों की फोर्स को भी अलर्ट पर रखा गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से चले आ रहे इस विवाद को प्रशासन और पंचायत कई बार सुलझाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। आज यह छोटा सा विवाद एक परिवार के बुजुर्ग की जिंदगी छीन लिया। लोग अब खुलकर बोलने से भी डर रहे हैं।
पुलिस ने परिजनों से भी पूछताछ शुरू कर दी है और जल्द ही मामले का उद्भेदन करने का दावा कर रही है। फिलहाल पूरे इलाके में सनसनी फैली हुई है और लोग यह सवाल कर रहे हैं कि आखिर कब तक जमीन के नाम पर खून बहता रहेगा?









