राजगीर और अहमदाबाद के बीच सीधी ट्रेन सेवा Azimabad Express शुरू
अजीमाबाद एक्सप्रेस नालंदा जिले के लिए एक नए युग की शुरुआत है। यह ट्रेन न केवल व्यवसाय और पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि क्षेत्र की कनेक्टिविटी को भी मजबूत करेगी। रेलवे बोर्ड के इस फैसले से नालंदा और राजगीर के लोग उत्साहित हैं और इसे एक ऐतिहासिक कदम मान रहे हैं।

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। अब राजगीर से अहमदाबाद के लिए डायरेक्ट ट्रेन अजीमाबाद एक्सप्रेस (Azimabad Express) शुरू होने जा रही है। इस ट्रेन के आरक्षित टिकट राजगीर, बिहारशरीफ और नालंदा स्टेशनों पर भी उपलब्ध होंगे।
यह सुविधा न केवल स्थानीय व्यवसायियों, बल्कि पर्यटकों के लिए भी वरदान साबित होगी। रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। इससे कपड़ा, टाइल्स, मार्बल और हीरा कारोबारियों को विशेष रूप से लाभ मिलेगा।
पिछले कई वर्षों से नालंदा जिले के व्यवसायी और पर्यटक राजगीर से गुजरात के अहमदाबाद और सूरत जैसे शहरों के लिए डायरेक्ट ट्रेन की मांग कर रहे थे। इस मांग को गंभीरता से लेते हुए नालंदा के सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से मुलाकात की और उन्हें इस क्षेत्र की जरूरतों से अवगत कराया। सांसद की पहल पर रेल मंत्री ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अजीमाबाद एक्सप्रेस को राजगीर से अहमदाबाद तक चलाने का आदेश जारी किया।
बता दें कि नालंदा और राजगीर, जैन और बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल हैं। हर साल हजारों की संख्या में पर्यटक यहां आते हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलता है और रोजगार के नए अवसर पैदा होते हैं।
इसके अलावा सोहसराय कपड़ा मार्केट के हजारों व्यवसायी नियमित रूप से गुजरात के विभिन्न शहरों में व्यापार के लिए यात्रा करते हैं। टाइल्स और मार्बल के कारोबारी, हीरे और सोने के व्यापारी भी अहमदाबाद और सूरत पर निर्भर हैं। अजीमाबाद एक्सप्रेस की शुरुआत से इन व्यवसायियों को अब यात्रा में सुविधा होगी, जिससे उनका समय और लागत दोनों की बचत होगी।
स्थानीय व्यवसायियों और नागरिकों ने सांसद कौशलेन्द्र कुमार के प्रयासों की सराहना की है। सोहसराय कपड़ा मार्केट के व्यवसायी रमेश कुमार ने कहा कि यह ट्रेन हमारे लिए बहुत बड़ी राहत है। अब हमें बार-बार दिल्ली या अन्य शहरों से कनेक्शन लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक अन्य व्यवसायी, श्याम सुंदर ने बताया कि इस ट्रेन से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि व्यापार में भी वृद्धि होगी।









