बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार सरकार के जल संसाधन एवं संसदीय कार्य विभाग के मंत्री और नालंदा जिले के प्रभारी मंत्री विजय कुमार चौधरी द्वारा एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में दिव्यांगजनों और भिक्षुकों को सशक्त बनाने की दिशा में नई पहल की गई।
इस अवसर पर जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण एवं सामाजिक सुरक्षा कोषांग के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम के तहत ‘सबल योजना’ और ‘स्वावलंबन योजना’ के अंतर्गत बैटरी चालित ट्राईसाइकिल और स्वरोजगार सहायता राशि का वितरण किया गया।
सबल योजना के अंतर्गत बैटरी चालित ट्राईसाइकिल वितरण: मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण सबल योजना के अंतर्गत 21 दिव्यांगजनों के बीच बैटरी चालित ट्राईसाइकिल वितरित की गई, जिनमें 6 लाभार्थी बिहारशरीफ से, 6 नूरसराय से, 2 रहुई से, और 7 अस्थावां से आए थे।
यह योजना दिव्यांगजनों को स्वावलंबी बनाने और उनके जीवन में स्वतंत्रता और सशक्तिकरण लाने के उद्देश्य से 2022 में शुरू की गई थी। अब तक 721 दिव्यांगजन इस योजना से लाभान्वित हो चुके हैं।
इस योजना का लाभ उन दिव्यांगजनों को मिलता है, जिनकी चलंत दिव्यांगता 60 प्रतिशत या उससे अधिक है और उनकी उम्र 18 वर्ष से ऊपर है तथा वे रोजगार या शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
स्वावलंबन योजना के तहत भिक्षुकों को सहायता राशि: मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना के तहत 13 इच्छुक भिक्षुकों को स्वरोजगार के लिए प्रति लाभार्थी 10,000 रुपए की सहायता राशि के चेक प्रदान किए गए। इससे पहले 30 भिक्षुकों को इस योजना का लाभ दिया जा चुका है।
इस योजना का उद्देश्य भिक्षावृत्ति में संलग्न गरीब, नि:शक्त, वृद्ध और बच्चों को इस बंधन से मुक्त कराकर मुख्य धारा से जोड़ना है। नालंदा जिले में शांति कुटीर और सेवा कुटीर नामक दो भिक्षुक गृहों की स्थापना भी की गई है, जहाँ उन्हें मदद की जाती है।
इस कार्यक्रम में विधायक, बिहार विधान पार्षद, जिलाधिकारी, उप विकास आयुक्त, सहायक निदेशक (दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग), सहायक निदेशक (सामाजिक सुरक्षा) और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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