रहुई PHC के निरीक्षण में 3 डॉक्टर समेत 4 कर्मी मिले लापता, गिरेगी गाज

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले के सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह ने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए रहुई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) और सरमेरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान रहुई PHC में गंभीर अनियमितताएं सामने आईं, जहां तीन डॉक्टरों सहित चार स्वास्थ्य कर्मी ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन ने कड़ा रुख अपनाया है और अनुपस्थित कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा है।
निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन ने पाया कि रहुई PHC में डॉ. रामजी वर्मा, डॉ. लक्षिता जयदेव और डॉ. दयानंद प्रसाद के साथ-साथ जीएनएम सुषमा कुमारी बिना किसी पूर्व सूचना के ड्यूटी से गायब थे। इस अनुपस्थिति को गंभीर लापरवाही मानते हुए सिविल सर्जन ने संबंधित कर्मियों से तत्काल स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि जवाब संतोषजनक नहीं हुआ तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के समय PHC में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रेम शंभू, अस्पताल प्रबंधक राशिल खलील और लिपिक मोहम्मद नदीम सहित कुछ अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे। सिविल सर्जन ने मौके पर मौजूद कर्मियों को स्वास्थ्य सेवाओं में किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरतने की चेतावनी दी।
सिविल सर्जन ने सरमेरा CHC का भी निरीक्षण किया। उन्होंने केंद्र के विभिन्न हिस्सों, जैसे पैथोलॉजी लैब, एक्स-रे सेंटर, दवा काउंटर, और ओपीडी कक्ष का गहन अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने वहां तैनात चिकित्सा कर्मियों से बातचीत की और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अजीत कुमार को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
डॉ. सिंह ने बताया कि तकनीकी कारणों से पिछले तीन महीनों से सरमेरा CHC में एक्स-रे सेवाएं बंद थीं, जिसके कारण मरीजों को निजी केंद्रों पर निर्भर रहना पड़ रहा था। हालांकि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की पहल पर पिछले 10 दिनों से एक्स-रे सेवाएं फिर से शुरू हो चुकी हैं, जिससे गरीब और जरूरतमंद मरीजों को बड़ी राहत मिली है।
सिविल सर्जन ने बताया कि सरमेरा CHC में चिकित्सकों और अन्य कर्मियों के रिक्त पदों को भरने के लिए विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही इस समस्या का समाधान किया जाएगा। इसके अलावा दवाओं की उपलब्धता, साफ-सफाई, और अन्य व्यवस्थाओं की जांच के बाद उन्होंने संतुष्टि जताई। निरीक्षण के दौरान एएनएम और अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।
रहुई PHC में सामने आई लापरवाही ने एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। सिविल सर्जन ने स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सेवाएं आम जनता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों को अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी निष्ठा से करने का निर्देश दिया।









