नालंदा दर्पण डेस्क। नेशनल पेपर लीक के गोरखधंधे से कुख्यात परीक्षा माफिया संजीव कुमार उर्फ संजीव सिंह उर्फ संजीव मुखिया ने अपने पुत्र फर्जी डॉक्टर डिग्रीधारी शिव कुमार के साथ मिलकर करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। ये दोनों आदतन परीक्षा माफिया हैं और पहले भी दर्जन भर प्रमुख प्रतियोगिता परीक्षाओं का पेपर लीक करा चुके हैं।
हाल के दिनों में संजीव मुखिया ने ही अक्टूबर 2023 में सिपाही बहाली और मार्च 2024 में शिक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक कराया है। उन दोनों परीक्षाओं को रद्द करना पड़ा है। उसके बाद अब पिता-पुत्र ने नीट का पेपर लीक कराया है। इसमें करोड़ों का खेल किया है।
इन सबका व्यापक आंकलन बिहार आर्थिक अपराध ईकाई (ईओयू) कर रही है। ईओयू परीक्षा माफियाओं की सूची बनाकर उनकी चल-अचल संपत्ति का मिलान उनकी घोषित आय के स्रोत से कर रही है। इसके लिए अलग से एक टीम बना दी गई है। इन माफियाओं पर आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज करेगी और सबों की संपत्ति को जब्त करेगी।
उल्लेखनीय है कि कुख्यात संजीव मुखिया और दानापुर नगर परिषद के जेई सिकंदर यादवेंदु का नाम नीट पेपर लीक मामले में भी सामने आया है। इन दोनों ने ऐसे गोरखधंधे से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है।
फिलहाल फरार संजीव मुखिया के साथ ईओयू गिरफ्त में आए उसका बेटा शिव कुमार और उसका पड़ोसी प्रदीप की संपत्ति के आलावे ग्रामीण कार्य विभाग का निलंबित अकाउंटेंट विशाल चौरसिया की संपत्ति का भी आंकलन कर रही है।
नगरनौसा में यूं कराया था नीट पेपर लीकः बता दें कि ताजा मामला नीट प्रश्न पत्र लीक की पहली कड़ी नगरनौसा थाना क्षेत्र निवासी राहुल पासवान से शुरू हुई। राहुल चूंकि कूरियर कंपनी से भी जुड़ा था और अपनी गाड़ियां किराये पर देता था। ऐसे में उसे जानकारी मिल गई को 38 केन्द्र पर प्रश्न पत्र पहुंचाना है।
इस पुख्ता जानकारी के बाद राहुल ने जेल में शिव कुमार को खबर दी। जिसने जेल से ही एक सुनियोजित तरीके से पटना से नवादा ले जाने के दौरान नालंदा जिला के नगरनौसा में प्रश्नपत्र लीक करने में सफल रहा।
राहुल बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा का परीक्षार्थी भी था। उस परीक्षा का भी पेपर लीक हुआ था। वह सिपाही भी हो जाता, लेकिन उससे पहले ही उस पेपर लीक की जानकारी बिहार पुलिस को मिल गई और आखिरकार परीक्षा रद्द हो गया।
संजीव मुखिया का पूरा परिवार चलाता है पेपर लीक रैकेटः कई बड़े एग्जाम पेपर लीक पहले भी हुआ है और इसमें पूर्व से ही नालंदा जिले के नगरनौसा थाना अंतर्गत भूतहाखार बलबापर गांव निवासी संजीव मुखिया वांटेड रहा है। शिव कुमार उसका ही बेटा है। यही नही संजीव का साला समेत उसे मामा कहने वाला राकी भी इस कांड में शामिल रहा है।
बता दें कि पेपर लीक सरगना संजीव मुखिया की पत्नी और शिव कुमार की मां ममता देवी भूतहाखार पंचायत की मुखिया रही है। पेपर लीक कांड से अपार काली कमाई के बीच उसने चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के टिकट पर हरनौत विधानसभा चुनाव से चुनाव भी लड़ चुकी है। मुखिया से लेकर विधानसभा की चुनाव लड़ने तक ममता देवी ने मीडिया और पब्लिक के बीच पानी की तरह करोड़ो रुपए बहाए हैं।
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