Home धर्म-कर्म जरासंध 5227वीं जयंती राजकीय महोत्सव का भव्य आगाज

जरासंध 5227वीं जयंती राजकीय महोत्सव का भव्य आगाज

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Grand inauguration of Jarasandha 5227th birth anniversary state festival in Rajgir
Grand inauguration of Jarasandha 5227th birth anniversary state festival in Rajgir

राजगीर (नालंदा दर्पण)। मगध साम्राज्य की प्राचीन राजधानी राजगीर एक और ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनने जा रही है। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 11 नवंबर को मगध सम्राट जरासंध की नवनिर्मित आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। यह आयोजन जरासंध की 5227वीं जयंती के उपलक्ष्य में हो रहा है।

इस अवसर पर ‘राजकीय जरासंध महोत्सव’ की पूर्व संध्या पर भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा। जहां ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों को जीवंत किया जाएगा।

यह आयोजन राजगीर में निर्माणाधीन जरासंध स्मारक स्मृति पार्क में हो रहा है, जो सम्राट जरासंध की याद को संजोए रखने और उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए बनाया जा रहा है।

इस पार्क का उद्घाटन पहले जरासंध जयंती के दिन यानी 12 नवंबर को होना था, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दौरे को ध्यान में रखते हुए प्रतिमा का अनावरण और पार्क का आंशिक उद्घाटन एक दिन पहले किया जा रहा है।

जरासंध महोत्सव के दौरान आगंतुकों को मगध के ऐतिहासिक गौरव से अवगत कराने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आयोजन समिति के अनुसार महोत्सव के पहले दिन जरासंध की प्रतिमा के अनावरण के साथ-साथ कई ऐतिहासिक और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी होंगी।

स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले कार्यक्रमों में मगध की सांस्कृतिक धरोहर और सम्राट जरासंध के जीवन पर आधारित नृत्य-नाटिकाएं, संगीत और प्रदर्शनी शामिल होंगी।

यह आयोजन न केवल सम्राट जरासंध के जीवन और उनके शासनकाल के महत्व को उजागर करेगा, बल्कि वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को भी उनके इतिहास से जोड़ने का काम करेगा। आयोजन समिति के एक सदस्य के अनुसार यह महोत्सव स्थानीय जनता के बीच इतिहास की जानकारी और गर्व की भावना को प्रोत्साहित करेगा।

जरासंध स्मारक स्मृति पार्क का निर्माण और इस प्रकार के महोत्सव राजगीर और पूरे मगध क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व को न सिर्फ पुनर्जीवित करेंगे, बल्कि यहां के पर्यटन को भी नए आयाम देंगे।

आने वाले समय में यह पार्क न केवल जरासंध के नाम को जीवित रखेगा, बल्कि पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र भी बनेगा। सरकार और स्थानीय प्रशासन इस आयोजन को सफल बनाने के लिए विभिन्न व्यवस्थाओं में जुटा हुआ है ताकि आगंतुकों को एक अविस्मरणीय अनुभव मिल सके।

इस तरह जरासंध महोत्सव और उनकी प्रतिमा के अनावरण के साथ राजगीर एक बार फिर से इतिहास के पन्नों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है।

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