नालंदा दर्पण डेस्क। बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा सरकारी स्कूलों में मजाक बनी गर्मी छुट्टी के बीच अनुपस्थित शिक्षकों की वेतन कटौती के साथ उनकी सेवा पुस्तिका में दर्ज किए जाने के आदेश को लेकर भारी आक्रोश देखा जा रहा है।
इसी बीच औरंगाबाद जिला शिक्षा पदाधिकारी (स्थापना शाखा) ने बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के आदेशानुसार विभिन्न सरकारी विद्यालयों के कुल 18 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सबका एक दिन का वेतन काटने के आलावे उसका जिक्र सेवा पुस्तिका में दर्ज करने का निर्देश दिया है।
कार्रवाई की शिकार शिक्षक-शिक्षिकाओं पर बीते 10 मई को पदाधिकारियों-कर्मियों द्वारा विद्यालय निरीक्षण निरीक्षण के क्रम में बिना सूचना अनुपस्थित पाये जाने का आरोप है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी (स्थापना शाखा) ने जिन शिक्षक-शिक्षिकाओं पर कार्रवाई करने का आदेश विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को दिया है, उनमें श्रीमती शीला कुमारी, श्रीमती अमृता कुमारी, श्रीमती अंजू कुमारी, प्राथमिक विद्यालय कैथी बंकट, हसपुरा। श्रीमती अंजू कुमारी, श्रीमती सुशीला कुमारी, मध्य विद्यालय डिहुरी, हसपुरा। श्री नंदू कुमार राम, प्राथमिक विद्यालय गिरधारी मथीया, हसपुरा। श्री अतुल रंजन, श्रीमती रीना कुमारी,. श्रीमती अणु कुमारी, श्री सुधीर कुमार, अनुग्रह उच्च विद्यालय मदनपुर। श्रीमती संगीता कुमारी, श्रीमती ज्योति कुमारी, उच्च विद्यालय बलाई नबीनगर। श्रीमती संगीता कुमारी, मध्य विद्यालय निंनलिचक, गोह। श्री रामाकांत कुमार, प्राथमिक विद्यालय बकहरी, औरंगाबाद। श्री राजेश्वरी सिंह, श्री शीला कुमारी, सचिदा चौधरी, श्रीमती कुसुम कुमारी, मध्य विद्यालय केरा, दाउदनगर।
जिला शिक्षा पदाधिकारी (स्थापना शाखा) के अनुसार उपरोक्त सभी शिक्षक का अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार पटना के ज्ञापांक 166 / गोपनीय दिनांक 23.08.2023 की कंडिका-9 (i) के आलोक में अनुपस्थित अवधि का वेतन की कटौती की गई है।
साथ ही संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक को निदेश दिया गया है कि उपरोक्त सभी शिक्षकों की सेवा पुस्तिका में इस आशय का अंकन करना सुनिश्चित करेंगे। साथ हीं संबंधित प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी या चिन्हित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक को निदेश दिया जाता है कि उक्त आशय की प्रविष्टि सुनिश्चित कराते हुए प्रतिहस्ताक्षरित करते हुए वेतन विपत्र अनुपस्थित अवधि का वेतन कटौती करते हुए उपस्थापित करेंगे।
हालांकि, इस तरह की कार्रवाई बिहार के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा किए जाने की सूचना है। वहीं कई जिलों के सरकारी स्कूलों से यह भी सूचना मिल रही है कि संबंधित अफसर-कर्मी शिक्षकों को बिना निरीक्षण किए ही अनुपस्थित रहने की रिपोर्ट भेज रहे हैं और भयादोहन कर रहे हैं।
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