सर्वर डाउन होने से नालंदा में जमीन रजिस्ट्री कार्य बाधित, लोग परेशान
बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले के निबंधन कार्यालयों में इन दिनों जमीन रजिस्ट्री का काम पूरी तरह ठप पड़ा है। यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) का सर्वर लगातार डाउन होने के कारण आधार मिलान (ई-केवाईसी) प्रक्रिया रुक गई है। जिससे रजिस्ट्री की फाइलें अटक गई हैं। इस तकनीकी खराबी ने न केवल नालंदा, बल्कि पूरे बिहार के निबंधन कार्यालयों को प्रभावित किया है।
जमीन रजिस्ट्री के लिए नियमों के अनुसार क्रेता और विक्रेता दोनों का बायोमेट्रिक सत्यापन अनिवार्य है। यह प्रक्रिया आधार कार्ड के डेटा से मिलान के जरिए पूरी होती है। लेकिन यूआईडीएआई सर्वर के डाउन होने से बायोमेट्रिक सत्यापन संभव नहीं हो पा रहा। परिणामस्वरूप रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू ही नहीं हो पा रही है।
जिला अवर निबंधक अजय कुमार झा ने बताया कि यह समस्या केवल नालंदा तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे बिहार में निबंधन कार्यालयों को प्रभावित कर रही है।
उन्होंने कहा कि जब सर्वर ठीक रहता है, तब रजिस्ट्री का काम तेजी से पूरा होता है। लेकिन अब लोग सुबह से लेकर देर रात 8 बजे तक इंतजार करने को मजबूर हैं।
बता दें कि नालंदा जिले में बिहारशरीफ, राजगीर और हिलसा के निबंधन कार्यालयों में प्रतिदिन औसतन 150 जमीन रजिस्ट्रियां होती हैं। अकेले बिहारशरीफ कार्यालय में रोजाना करीब 70 रजिस्ट्रियां दर्ज की जाती हैं।
लेकिन सर्वर की समस्या ने इस पूरी प्रक्रिया को ठप कर दिया है। पिछले तीन दिनों से आधार सर्वर के काम न करने से जमीन की खरीद-बिक्री के लिए आने वाले लोग निराश होकर लौट रहे हैं।
जमीन रजिस्ट्री के लिए निबंधन कार्यालयों में सुबह से ही लोगों की भीड़ जमा हो रही है। कई लोग सुबह जल्दी पहुंचकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं, लेकिन सर्वर डाउन होने की वजह से उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।
बिहारशरीफ के रहने वाले महेश प्रसाद ने बताया कि पिछले तीन दिनों से मैं कार्यालय के चक्कर काट रहा हूं, लेकिन सर्वर डाउन होने की वजह से रजिस्ट्री नहीं हो पाई। अब हमें बस इंतजार करने को कहा जा रहा है।
निबंधन कार्यालय के अधिकारियों ने इस समस्या की जानकारी राज्य मुख्यालय को भेज दी है। हालांकि अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका है। अधिकारी केवल यह आश्वासन दे रहे हैं कि सर्वर के सामान्य होने के बाद रजिस्ट्री कार्य में तेजी लाई जाएगी।
इस तकनीकी खराबी ने जमीन खरीद-बिक्री के इच्छुक लोगों को मुश्किल में डाल दिया है। कई लोग जो अपनी जमीन बेचने या खरीदने की प्रक्रिया को जल्द पूरा करना चाहते हैं, वे अब सर्वर के सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं। नालंदा के निबंधन कार्यालयों में यह स्थिति कब तक सामान्य होगी, इस बारे में अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है।









