
बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया 23 जून 2025 से शुरू हो चुकी है। नालंदा जिले के दर्जनों योग्य शिक्षक इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए हर दिन आवेदन कर रहे हैं। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार भारत में शिक्षकों के लिए सर्वोच्च सम्मानों में से एक है और इसे प्राप्त करना हर शिक्षक का सपना होता है। यह पुरस्कार शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रदान किया जाता है।
इस पुरस्कार के माध्यम से उन शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने अपनी परिश्रम और नवाचार के जरिए स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है और अपने छात्रों के जीवन को समृद्ध बनाया है। इस वर्ष बिहार से निर्धारित कोटे के अनुसार 6 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2025 से सम्मानित किया जाएगा। आवेदन की अंतिम तिथि 13 जुलाई 2025 निर्धारित की गई है।
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2025 के लिए केवल नियमित शिक्षक और प्रधानाचार्य ही आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए निम्नलिखित मानदंड निर्धारित किए गए हैं-
न्यूनतम सेवा अवधि: आवेदक की सेवा कम से कम 10 वर्ष पूर्ण होनी चाहिए।
अपात्र श्रेणियाँ: संविदा शिक्षक, शिक्षा मित्र, सेवानिवृत्त शिक्षक, शैक्षणिक प्रशासक, शिक्षा निरीक्षक और प्रशिक्षण संस्थानों के कर्मचारी इस पुरस्कार के लिए पात्र नहीं हैं।
ट्यूशन पर प्रतिबंध: आवेदक शिक्षक या प्रधानाचार्य ने निजी ट्यूशन नहीं लिया होना चाहिए।
पात्र संस्थान: मान्यता प्राप्त प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक और प्रधानाचार्य आवेदन कर सकते हैं।
इसके अलावा केंद्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल, एटॉमिक एनर्जी एजुकेशन सोसाइटी, एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय, सीबीएसई और सीआईएससीई से संबद्ध स्कूलों के शिक्षक भी पात्र हैं।
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2025 के लिए चयन प्रक्रिया में शिक्षकों के नवाचार और रचनात्मकता को विशेष महत्व दिया जाएगा। निम्नलिखित बिंदुओं पर शिक्षकों का मूल्यांकन किया जाएगा-
नवाचारपूर्ण शिक्षण शैली: शिक्षक द्वारा अपनाई गई शिक्षण विधि सामान्य से हटकर और रचनात्मक होनी चाहिए। यह विधि स्कूल, कक्षा, छात्रों, या समुदाय की किसी महत्वपूर्ण आवश्यकता या समस्या को हल करने में प्रभावी होनी चाहिए।
गुणवत्ता और प्रभाव: शिक्षण विधि में गुणवत्ता, समावेशिता, स्थिरता, और सकारात्मक प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई देना चाहिए।
टीम वर्क और सहयोग: शिक्षक ने स्कूल के अन्य शिक्षकों के साथ मिलकर काम करने और संवाद को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो।
विजन और कार्ययोजना: शिक्षक के पास बदलाव लाने की स्पष्ट योजना और सोच होनी चाहिए। इस योजना को लागू करने के लिए ठोस कदम उठाए गए हों, जिसके परिणामस्वरूप छात्रों और समुदाय में सकारात्मक बदलाव आया हो।
समुदाय के मूल्यों का सम्मान: शिक्षक ने अपने प्रयासों में समुदाय के मूल्यों और आदर्शों का पालन किया हो।
राष्ट्रीय उद्देश्यों से तालमेल: शिक्षक ने स्कूल या देश के उद्देश्यों को छात्रों और अभिभावकों की आकांक्षाओं के साथ जोड़कर कार्य किया हो।
पात्र शिक्षक और प्रधानाचार्य राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए शिक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध पोर्टल का उपयोग करना होगा।
आवेदन पत्र में शिक्षक को अपने नवाचार, शिक्षण विधियों और समुदाय पर प्रभाव के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करनी होगी। आवेदन के साथ सभी आवश्यक दस्तावेज, जैसे- शैक्षणिक योग्यता, सेवा अवधि प्रमाण और नवाचार के प्रमाण संलग्न करने होंगे।
बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार न केवल शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित करता है, बल्कि यह अन्य शिक्षकों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। यह पुरस्कार शिक्षकों को नए और रचनात्मक तरीकों से पढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करता है, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता और समावेशिता को बढ़ावा मिलता है।
नालंदा जिले के शिक्षकों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है कि वे अपने कार्य को राष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करें और देश के शिक्षा क्षेत्र में योगदान देने वाले महान शिक्षकों की सूची में अपना नाम दर्ज कराएं।
आवेदन की अंतिम तिथि 13 जुलाई 2025 है। इच्छुक शिक्षक और प्रधानाचार्य अधिक जानकारी के लिए शिक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट या जिला शिक्षा कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। यह पुरस्कार न केवल शिक्षकों के लिए सम्मान की बात है, बल्कि यह देश के भविष्य को आकार देने वाले उनके योगदान को भी रेखांकित करता है।









