
नगरनौसा (नालंदा दर्पण)। बिहार विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती के बीच नगरनौसा थाना पुलिस बीती रात शाहपुर बलबा गांव में गुप्त सूचना के आधार पर की गई छापेमारी ने सनसनी फैला दी। पुलिस ने एक देशी कट्टा, पांच जिंदा कारतूस और ढाई लीटर अवैध देशी शराब बरामद कर ली, लेकिन कार्रवाई की भनक लगते ही मुख्य आरोपी अरुण कुमार फरार होने में कामयाब रहा।
खुफिया जानकारी के आधार पर नगरनौसा थानाध्यक्ष शशिरंजन कुमार मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने रात अंधेरे शाहपुर बलबा गांव में धावा बोला। गांव के एक घर में अवैध हथियार और शराब छिपाकर रखे गए थे। । पुलिस ने त्वरित एक्शन लेते हुए गांव निवासी रामजी प्रसाद के पुत्र अरुण कुमार के घर को घेर लिया।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने घर के भूसा रूम (चारा रखने वाले कमरे) में छिपाकर रखे एक देशी कट्टा और पांच जिंदा कारतूस बरामद किए। इसके अलावा, घर की रेलिंग पर प्लास्टिक की बोतलों में रखी ढाई लीटर अवैध देशी शराब भी जब्त कर ली गई।
थानाध्यक्ष मिश्रा ने बताया कि गुप्त सूचना पर कार्रवाई की गई। हथियार और शराब चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की साजिश का हिस्सा हो सकते थे। हमने सभी सामग्री जब्त कर ली है, लेकिन आरोपी को पकड़ने में अभी सफलता नहीं मिली।
पुलिस के पहुंचने से पहले ही अरुण कुमार को कार्रवाई की भनक लग गई और वह अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। ग्रामीणों का कहना है कि रात में अचानक पुलिस की गाड़ियां गांव में दाखिल हुईं, जिससे हड़कंप मच गया। कई लोग घरों से बाहर निकलकर तमाशबीन बने, लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। पुलिस ने मौके पर ही आर्म्स एक्ट की संबंधित धाराओं और बिहार के नए उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
थानाध्यक्ष मिश्रा ने आगे कहा कि फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए उसके संभावित ठिकानों, रिश्तेदारों के घरों और आसपास के इलाकों में लगातार छापेमारी की जा रही है। चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि, अवैध हथियारों के इस्तेमाल या शराब की तस्करी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारी टीम पूरी तरह मुस्तैद है।
नगरनौसा थाना क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए रात-दिन गश्ती बढ़ा दी गई है। अवैध हथियारों पर शिकंजा कसने के साथ-साथ शराब तस्करी और अन्य असामाजिक गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। यह छापेमारी इसी अभियान का हिस्सा है। पुलिस चुनाव को किसी भी कीमत पर शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
- हिलसा विधानसभा क्षेत्रः जानें अबतक के चुनाव परिणाम, ऐतिहासिक आंकड़े और विस्तृत विश्लेषण
- हरनौत विधानसभा: नीतीश का चटकता चेहरा ही हरिनारायण का एकमात्र सहारा !
- बिहारशरीफ विधानसभाः 40 साल बाद कांग्रेस और भाजपा में कांटे की टक्कर









