सक्षमता परीक्षा का बहिष्कार करेगा प्रारंभिक शिक्षक संघ

हिलसा (नालंदा दर्पण)। इस्लामपुर प्रखंड के बीआरसी कार्यालय के समीप आदर्श मध्य विद्यालय परिसर में परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में शिक्षक संघ ने एकजुट होकर निर्णय लिया कि जब तक उनकी प्रमुख मांगें जैसे सेवा निरंतरता, ग्रेड पे और अन्य सुविधाएं पूरी नहीं होतीं, तब तक सक्षमता परीक्षा-3, 4 और 5 का पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे संघ के अध्यक्ष सुचित कुमार ने स्पष्ट शब्दों में अपनी बात रखी और कहा कि पूर्व में सक्षमता परीक्षा 1 और 2 में शामिल शिक्षकों को सभी लाभ प्रदान किए गए हैं। ऐसे में सक्षमता 3, 4 और 5 के शिक्षकों के साथ भेदभाव क्यों? जब तक हमें समान लाभ और अधिकार नहीं मिलेंगे, हम इन परीक्षाओं में भाग नहीं लेंगे।
बैठक में उपस्थित अन्य शिक्षकों ने भी इस निर्णय का समर्थन किया और अपनी मांगों को लेकर सरकार के प्रति रोष व्यक्त किया। शिक्षकों का कहना है कि उनकी मांगें जायज हैं और इन्हें पूरा करना सरकार की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर शिक्षकों ने यह भी चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें शीघ्र पूरी नहीं की गईं तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे।
बैठक में अशोक कुमार विद्यार्थी, सत्येंद्र पासवान, संजय भारती, उपेंद्र प्रसाद, रोहितास कुमार, उमाशंकर, योगेन्द्र कुमार, भोली कुमारी, आशा कुमारी, कनकलता, सविता कुमारी, रंजना सिंहा, विभा रानी, रानी कुसुम सिन्हा सहित कई अन्य शिक्षक उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में अपनी मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति पर चर्चा की।
बहरहाल, यह निर्णय न केवल इस्लामपुर प्रखंड के शिक्षकों के लिए, बल्कि पूरे नालंदा जिले के प्रारंभिक शिक्षकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। शिक्षक संघ का यह कदम सरकार के लिए एक चुनौती बन सकता है, क्योंकि सक्षमता परीक्षा शिक्षकों की सेवा शर्तों और उनके भविष्य से जुड़ा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।









