
हिलसा (नालंदा दर्पण)। हिलसा अनुमंडल अंतर्गत चंडी थाना क्षेत्र के कोरुत गांव के समीप एक सनसनीखेज घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी है। रात के अंधेरे में बोलेरो से ढकनियाँ जा रहे प्रमुख पति नरेश पासवान के साथ पांच बदमाशों द्वारा कथित तौर पर लूटपाट और मारपीट की घटना सामने आई है। इस घटना ने न केवल क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि स्थानीय लोगों में पुलिस प्रशासन की सक्रियता को लेकर भी चर्चा छेड़ दी है।
प्रमुख पति नरेश पासवान के अनुसार बीती रात करीब 9 बजे वे अपने परिवार के साथ बोलेरो वाहन से चंडी से अपने घर ढकनियाँ की ओर जा रहे थे। जैसे ही वे कोरुत गांव के पास पहुंचे, दो बाइकों पर सवार पांच बदमाशों ने उनके वाहन को घेर लिया।
नरेश पासवान के अनुसार बदमाशों ने पहले उनके वाहन को रुकवाया और फिर एक युवक को गाड़ी से खींचकर मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद बदमाशों ने नरेश पासवान की जेब से 5,000 रुपये नकद और दो भर सोने की चेन छीन ली।
घटना यहीं नहीं रुकी। जब वाहन में मौजूद अन्य लोग बदमाशों का विरोध करने उतरे, तो उनसे भी मारपीट की गई। इस हंगामे के बीच बदमाश भागने में सफल रहे, लेकिन जल्दबाजी में एक बदमाश की बाइक घटनास्थल पर ही छूट गई। नरेश पासवान ने तुरंत इसकी सूचना चंडी थाना पुलिस को दी और मौके पर पहुंची पुलिस ने छूटी हुई बाइक को अपने कब्जे में ले लिया।
घटना की सूचना मिलते ही चंडी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। छूटी हुई बाइक को पुलिस ने जब्त कर लिया है, जो इस मामले में महत्वपूर्ण साक्ष्य हो सकती है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार बाइक के आधार पर बदमाशों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। साथ ही आसपास के क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है ताकि बदमाशों का सुराग मिल सके।
चंडी थाना प्रभारी ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और मामले की गहन जांच की जा रही है। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की है कि यदि किसी के पास इस घटना से संबंधित कोई जानकारी हो तो वे पुलिस से संपर्क करें।
इस घटना ने कोरुत और आसपास के गांवों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि रात के समय सड़कों पर सुरक्षा की कमी के कारण ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं। कई लोगों ने पुलिस गश्त को और प्रभावी करने की मांग की है।
यह घटना क्षेत्र में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों की ओर इशारा करती है। प्रमुख पति जैसे जिम्मेदार व्यक्ति के साथ इस तरह की घटना ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। क्या यह घटना महज एक संयोग थी या इसके पीछे कोई सुनियोजित साजिश थी? क्या बदमाशों ने नरेश पासवान को विशेष रूप से निशाना बनाया? ये कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब पुलिस की जांच के बाद ही सामने आ पाएंगे।









