ट्रैक्टर ने बाइक को कुचला, राशन डीलर-भाजपा नेता की दर्दनाक मौत

राजगीर (नालंदा दर्पण)। राजगीर-गिरियक मुख्य पथ पर वाटर पार्क के समीप एक दिल दहला देने वाली सड़क दुर्घटना में गिरियक प्रखंड के रैतर पंचायत अंतर्गत तारापुर निवासी जनवितरण प्रणाली दुकानदार और भाजपा नेता धर्मेंद्र कुमार (40 वर्ष) की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार धर्मेंद्र कुमार और सहकारिता प्रबंधक सत्येंद्र कुमार के साथ बाइक से राजगीर अनुमंडल कार्यालय जा रहे थे। वे कार्यालय में कुछ आधिकारिक कार्यों के लिए स्पष्टीकरण देने जा रहे थे। इसी दौरान वाटर पार्क के पास एक तेज रफ्तार ईंट लदे ट्रैक्टर ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी भीषण थी कि धर्मेंद्र कुमार की मौके पर ही मृत्यु हो गई। उनके साथ बाइक पर सवार सत्येंद्र कुमार के बारे में बताया जा रहा है कि वे घटना के बाद से लापता हैं।
दुर्घटना को अंजाम देने वाला ट्रैक्टर पर ‘महल’ लिखा था। उसे लेकर चालक समेत मौके से फरार हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ट्रैक्टर अनियंत्रित गति से चल रहा था, जो इस हादसे का प्रमुख कारण बना।
घटना की सूचना मिलते ही राजगीर थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेजा। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
थानाध्यक्ष रमन कुमार ने बताया कि अभी तक मृतक के परिजनों की ओर से कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं की गई है। शिकायत मिलने पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हम ट्रैक्टर चालक की तलाश कर रहे हैं।
हादसे की खबर फैलते ही स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और उन्होंने राजगीर-गिरियक मुख्य मार्ग को करीब एक घंटे तक जाम कर दिया। इससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए डीएसपी सुनील कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया।
जनवितरण प्रणाली दुकानदार संघ राजगीर के सचिव पप्पू कुमार सिंह ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि ईंट-बालू के कारोबार से जुड़े ट्रैक्टर राजगीर की सड़कों पर मौत बनकर दौड़ रहे हैं। इन पर कोई नियंत्रण नहीं है। धर्मेंद्र कुमार एक जिम्मेदार राशन डीलर और सामाजिक कार्यकर्ता थे। उनकी असामयिक मृत्यु से पूरे समुदाय को गहरा आघात लगा है।
उन्होंने प्रशासन से मांग की कि सड़कों पर तेज रफ्तार और ओवरलोड वाहनों पर सख्ती से नियंत्रण किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें। क्योंकि यह हादसा एक बार फिर राजगीर की सड़कों पर सुरक्षा के अभाव को उजागर करता है। ईंट-बालू लदे ट्रैक्टरों की अनियंत्रित रफ्तार और ओवरलोडिंग के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं।









