सेवानिवृत्त अभियंता से मुखिया ने की ठगी, बेटी ने सोशल मीडिया पर लगाई गुहार

सिलाव (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले के सिलाव थाना क्षेत्र के एक्सारी गांव में एक 76 वर्षीय वरीय नागरिक के साथ हुए धोखाधड़ी के मामले ने स्थानीय प्रशासन की लापरवाही पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सेवानिवृत्त बीएसएनएल इंजीनियर शैलेश कुमार चंद्रा ने भुई पंचायत के मुखिया सुनील यादव और ग्रामवासी नसीब लाल यादव पर 99 हजार रुपये की ठगी का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी (डीएम) नालंदा को शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित की बेटी सुनीता कुमारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर इस घटना को उजागर करते हुए न्याय की मांग की है, जिससे मामला वायरल हो गया है।
श्री चंद्रा अब पटना के अनीशाबाद स्थित चंद्रा हाउस में रहते हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में विस्तार से घटना का जिक्र किया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में भुई पंचायत के निर्वाचित मुखिया सुनील यादव और एक्सारी गांव के ही नसीब लाल यादव (मोबाइल नंबर: 7061668199) ने उनके पास जमीन से संबंधित कार्य कराने के बहाने कुल 99 हजार रुपये नकद ले लिए थे। दोनों ने आश्वासन दिया था कि यह कार्य तत्कालीन राजगीर सर्कल पदाधिकारी (सीओ) संतोष कुमार चौधरी के माध्यम से कराया जाएगा। गांव के ही लोगों पर पूर्ण विश्वास करते हुए शैलेश जी ने बिना किसी संदेह के पूरी राशि सौंप दी।
लेकिन सच्चाई तब सामने आई, जब 2023 में संतोष कुमार चौधरी पर कानूनी कार्रवाई हुई और वे जेल चले गए। उसके बाद न तो मुखिया सुनील यादव ने कोई कार्य कराया और न ही नसीब लाल यादव ने। दोनों अब फोन कॉल, मैसेज या व्हाट्सएप पर जवाब देने से बच रहे हैं। शैलेश जी ने शिकायत में लिखा कि इस घटना से मुझे गहन मानसिक तनाव और चिंता हो रही है। 76 वर्ष की उम्र में अपने ही गांव के लोगों, जिसमें निर्वाचित मुखिया भी शामिल हैं, उसके द्वारा धोखा खाने से गहरा दुख, आर्थिक असुरक्षा और सामाजिक पीड़ा हो रही है।”
पीड़ित की बेटी सुनीता कुमारी ने एक्स हैंडल @Sunitakuma97871 से दो पोस्ट साझा की हैं, जिसमें उन्होंने इस अन्याय को उजागर किया है। पहली पोस्ट में उन्होंने लिखा कि 76 वर्षीय पिता जी ने पैसे की ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। एक वृद्ध नागरिक के साथ अन्याय हो रहा है।
दोनों पोस्ट में डीएम नालंदा, एसपी नालंदा, पुलिस नालंदा को टैग किया गया है। साथ ही #JusticeForSeniorCitizen और #Nalanda जैसे हैशटैग का उपयोग किया गया। पोस्ट के साथ संलग्न फोटो में आरोपी मुखिया सुनील यादव की तस्वीर और शिकायत की कॉपी दिखाई गई है।
शैलेश जी ने अपनी शिकायत में प्रशासन से तीन मुख्य मांगें की हैं। मुखिया सुनील यादव (भुई पंचायत) और नसीब लाल यादव के खिलाफ वृद्ध नागरिक के उत्पीड़न और धोखाधड़ी के लिए सख्त कानूनी कार्रवाई शुरू की जाए। शेष 99 हजार रुपये की तत्काल वापसी सुनिश्चित की जाए। वृद्ध नागरिक के रूप में न्याय, सुरक्षा और प्रशासनिक सहायता प्रदान की जाए।
बहरहाल यह मामला न केवल एक व्यक्तिगत शिकायत है, बल्कि ग्रामीण स्तर पर वृद्धजनों की असुरक्षा को उजागर करता है। पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा विश्वास का दुरुपयोग और सरकारी अफसरों के नाम पर ठगी आम हो रही है, जो लोकतंत्र की जड़ों को कमजोर कर रही है। सुनीता कुमारी की अपील के बाद सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने समर्थन जताया है, लेकिन अब प्रशासन की प्रतिक्रिया का इंतजार है।
नालंदा दर्पण इस मामले पर नजर रखे हुए है और अपडेट के लिए पाठकों से जुड़े रहने का आग्रह करता है। यदि आपके पास कोई समान अनुभव है तो हमें बताएं। न्याय की इस लड़ाई में पीड़ित को साथ देकर हम एक बेहतर समाज व्यवस्था का निर्माण कर सकते हैं।









