
हालांकि विकास यात्रा का सटीक दिनांक अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। लेकिन सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री का दौरा जल्द होने वाला है। उस दिन राजगीर इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन भी निर्धारित है…
बेन (नालंदा दर्पण)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आगामी विकास यात्रा के दौरे को लेकर नालंदा जिले के बेन क्षेत्र में प्रशासनिक हलचल चरम पर पहुंच गई है। विकास के नाम पर आयोजित इस भव्य कार्यक्रम के लिए पूरा मशीनरी तैनात है, लेकिन कार्यक्रम स्थल की बदहाली देखकर सवाल उठ रहे हैं। क्या यह ‘विकास यात्रा’ का प्रतीक बनेगी या फिर अव्यवस्था का आईना?
कहते हैं कि आज गुरुवार को जिलाधिकारी (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने स्थल का जायजा लिया, लेकिन तब तक मैदान की दुर्दशा ने सबको चिंता में डाल दिया है।
बेन का यह खेल मैदान कभी स्थानीय युवाओं की क्रिकेट और फुटबॉल की ऊर्जा का केंद्र था, आज एक जर्जर तस्वीर पेश कर रहा है। बारिश की मार झेल चुके इस मैदान पर चारों तरफ कीचड़ भरी नालियां, उभरे हुए गड्ढे और जमा हुए पानी के पोखरों ने जगह को दलदल में तब्दील कर दिया है।
हवा में मिट्टी की गंध और दूर-दूर तक फैली हरी-भरी घास के बीच बिखरे प्लास्टिक के टुकड़े और टूटे-फूटे डंडे, यह नजारा किसी को भी हैरान कर देगा। मैदान की परिधि में खड़ी सफेद प्लास्टर वाली दीवारें तो ठीक हैं, लेकिन उनके पीछे छिपी लाल ईंटों की पुरानी इमारत जर्जर अवस्था में खड़ी होकर जैसे चुपचाप सवाल पूछ रही है- विकास कहां है?
प्रशासनिक अफसरों का कहना है कि मुख्यमंत्री का यह दौरा नालंदा जिले के लिए मील का पत्थर साबित होगा। विकास यात्रा के तहत यहां सड़कें, पुलिया, स्कूल भवन और स्वास्थ्य केंद्रों जैसे कई प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन व शिलान्यास होने की उम्मीद है। लेकिन कार्यक्रम से ठीक पहले की तैयारी देखकर स्थानीय लोग हैरान हैं।
सुबह-सुबह ही जेसीबी मशीनें मैदान में उतर आईं। मजदूर मिट्टी भरकर गड्ढे समतल कर रहे हैं, जबकि सड़क पर उभरे गड्ढों को पाटने का काम जोर-शोर से चल रहा है। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस बल तैनाती बढ़ा दिया गया है और आसपास के इलाकों में ट्रैफिक डायवर्जन की योजना भी बनाई जा रही है।
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि यह मैदान सालों से उपेक्षित पड़ा है। बारिश होते ही पानी भर जाता है और खेलने वाले बच्चे चोटिल हो जाते हैं। अब सीएम साहब आ रहे हैं तो अचानक सब कुछ चमकने लगा। उम्मीद है कि यह स्थायी हो।
हालांकि विकास यात्रा का सटीक दिनांक अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। लेकिन सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री का दौरा जल्द होने वाला है। उस दिन राजगीर इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन भी निर्धारित है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला होने के नाते नालंदा हमेशा से विकास की प्राथमिकता में रहा है।
पिछले दौरों में यहां 800 करोड़ से अधिक की योजनाओं का लोकार्पण हो चुका है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में बुनियादी सुविधाओं की कमी अभी भी एक चुनौती बनी हुई है। बेन जैसे छोटे गांवों में सड़कें टूटी-फूटी, बिजली की अनियमित आपूर्ति और पानी की किल्लत आम बात है। क्या इस दौरे से इन समस्याओं को हवा मिलेगी या यह सिर्फ एक फोटो सेशन साबित होगा?
एक स्थानीय युवा नेता ने कहा कि यदि सीएम यहां पहुंचेंगे को हम उनका यहां स्वागत तो करेंगे, लेकिन मांग करेंगे कि मैदान को स्थायी रूप से विकसित किया जाए। यहां क्रिकेट स्टेडियम की तर्ज पर लोकल स्पोर्ट्स ग्राउंड बने तो अच्छा हो। इधर राजनीतिक हलकों में भी चर्चा जोरों पर है। विपक्षी दल इसे ‘शोपीस विकास’ बता रहे हैं, जबकि सत्ताधारी एनडीए इसे ‘जन-केंद्रित’ करार दे रही है।
कुल मिलाकर बेन का यह मैदान आज विकास यात्रा का केंद्र बन गया है, लेकिन इसकी बदहाली विकास की सच्ची कहानी भी बयां कर रही है। क्या मुख्यमंत्री का दौरा यहां बदलाव लाएगा? नालंदा दर्पण की टीम लगातार अपडेट देती रहेगी।









