मातम में बदलीं छठ महाव्रत की खुशियां, नदियों ने छीनी सात जिंदगियां

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण डेस्क)। बिहार का सबसे पवित्र पर्व छठ महाव्रत जहां लोगों की सूर्य देव की आराधना में डूबी आस्था और परिवार की खुशियां चरम पर होती हैं, वहीं नालंदा जिले में इस बार नदियों की लहरों ने कई घरों की दुनिया उजाड़ दी। लोकाइन, पंचाने और जिराईन नदियों में डूबने से सात लोगों की असमय मौत ने पूरे जिले को शोक में डुबो दिया।
जिन सात लोगों की मौत हुई है, उनमें दो युवतियां, तीन किशोर और दो युवक शामिल हैं, जिनमें से कई के सपने अधूरे रह गए। एक की शादी की तैयारी थी तो दूसरे का पुलिस में चयन हो चुका था। घटनाओं ने न सिर्फ परिवारों को तोड़ा, बल्कि छठ घाटों पर सुरक्षा की कमी को भी उजागर किया।
लोकाइन नदी में एक परिवार की त्रासदी: तीन की मौत, एक की तलाश जारी
हिलसा थाना क्षेत्र के रेडी पंचायत अंतर्गत सिपारा गांव के पश्चिम स्थित लोकाइन नदी में मंगलवार सुबह करीब 8 बजे हुई घटना ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया। छठ के चौथे दिन उदयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए गांव वाले मुर्गियाचक छठ घाट और लोकाइन नदी पहुंचे थे। घाट से करीब 100 मीटर दक्षिण नदी में स्नान करने के दौरान पैर फिसलने से दो युवतियां पानी में डूबने लगीं। उन्हें बचाने के चक्कर में कुल छह लोग बहाव की चपेट में आ गए।
मृतकों की पहचान सिपारा गांव निवासी धानु गोप की 20 वर्षीय पुत्री सुनीता कुमारी, सुबोध कुमार की 20 वर्षीय पुत्री वर्षा कुमारी (जो राजकुमार की पोती थीं) और जहानाबाद जिले के हुलासगंज थाना क्षेत्र के बौरी गांव निवासी संमकेश साव के 16 वर्षीय पुत्र शिवम कुमार के रूप में हुई। ये तीनों एक ही परिवार से जुड़े थे।
वर्षा और शिवम राजकुमार के नाती-पोती थे, जो छठ मनाने सिपारा आए थे। दो लोगों को ग्रामीणों ने सकुशल बचा लिया, लेकिन नगरनौसा थाना क्षेत्र के कोरारी गांव निवासी अर्जुन साव के 19 वर्षीय पुत्र रजनीश कुमार की तलाश अभी भी जारी है। एसडीआरएफ टीम और गोताखोर दिन-रात नदी में खोजबीन कर रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार स्नान के दौरान युवतियां डूबने लगीं तो पास खड़े लोग बचाव में कूद पड़े। देखते ही देखते बहाव ने सबको अपनी गिरफ्त में ले लिया। हिलसा के सलाबतपुर गांव निवासी नीतीश कुमार ने असाधारण साहस दिखाया। वे पगडंडी से घाट जा रहे थे कि नदी में चार लोगों को डूबते देख खुद नदी में छलांग लगा दी। नीतीश खुद डूबने लगे, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें बचा लिया। संभलते ही नीतीश ने चिल्लाकर कहा कि मैं ठीक हूं, पहले उन चारों को बचाओ! उनकी हिम्मत से अफरा-तफरी मची, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
तीनों शवों को हिलसा अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे गए। वर्षा कुमारी की शादी तय हो चुकी थी। 1 नवंबर को तिलक की रस्म थी। रजनीश कुमार का बिहार पुलिस में चयन हो गया था। दिसंबर में काउंसलिंग होने वाली थी। सिपारा निवासी रामकुमार की पत्नी छठ व्रत कर रही थीं, लेकिन घर में मातम पसरा है।
गोरायपुर बलबा घाट: नहाते किशोर की डूबकर मौत, परिजनों में कोहराम
नगरनौसा थाना क्षेत्र के गोरायपुर बलबा छठ घाट पर भी छठ पूजा के बाद दर्दनाक हादसा हुआ। गांव निवासी विंदेश्वरी प्रसाद के 12 वर्षीय पुत्र सावन उर्फ गोलू कुमार चार साथियों के साथ स्नान करने गया था। गहरे पानी में चले जाने से वह डूब गया। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष शशिरंजन कुमार मिश्रा मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल बिहारशरीफ पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
पंचाने नदी में किशोर की मौत: एक सप्ताह में तीसरी घटना
सिलाव थाना क्षेत्र के जुनैदी गांव के समीप पंचाने नदी में सोमवार दोपहर एक और किशोर की जान चली गई। गिरियक थाना क्षेत्र के भोजपुर गांव निवासी भूषण यादव के 14 वर्षीय पुत्र विकास कुमार नहाते समय गहरे पानी में चला गया।
ग्रामीणों और परिजनों ने बचाव का प्रयास किया, लेकिन पानी का बहाव तेज था। पैक्स अध्यक्ष अमन कुमार निक्कू ने घटना की जानकारी पदाधिकारियों को दी। एसडीआरएफ और सिलाव पुलिस ने देर शाम शव बरामद किया। थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव दाह-संस्कार के लिए सौंप दिया। उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पहले यहीं दो युवकों की डूबकर मौत हो चुकी थी।
अस्थावां में जिराईन नदी में मजदूर युवक ने गंवाई जान, तीन बच्चे अनाथ
अस्थावां के सारे थाना क्षेत्र के भिखनी बिघा गांव के पास जिराईन नदी में मंगलवार सुबह छठ अर्घ्य के दौरान स्वर्गीय दशरथ महतो के 28 वर्षीय पुत्र विक्की कुमार की डूबकर मौत हो गई। विक्की की मां छठ व्रत कर रही थीं। परिवार घाट पर अर्घ्य देने पहुंचा था, तभी विक्की नहाने उतरा और गहरे पानी में बह गया। ग्रामीणों ने शव निकालकर रेफरल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
विक्की चेन्नई में मजदूरी कर परिवार चलाते थे। छठ मनाने कुछ दिन पहले गांव लौटे थे। पांच भाइयों में तीसरे नंबर के विक्की अपने पीछे पत्नी और तीन छोटे बच्चे छोड़ गए। परिजनों में कोहराम मचा है, मां का रो-रोकर बुरा हाल है। थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने शव पोस्टमार्टम के लिए मॉडल सदर अस्पताल भेज दिया। गांव में शोक की लहर है।









