
चंडी (नालंदा दर्पण)। बिहटा-सरमेरा मुख्य मार्ग पर तेज रफ्तार का कहर एक बार फिर सामने आया है। बीच दोपहर चंडी थाना क्षेत्र के दस्तूरपर मोड़ के पास हुए एक भीषण सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। इस दुखद घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया, बल्कि सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े किए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार नूरसराय की ओर से चंडी की तरफ आ रही एक मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर विपरीत दिशा से आ रहे एक ऑटो से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक पर सवार तीनों युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गए। मृतकों की पहचान नूरसराय थाना क्षेत्र के परासी गांव निवासी कुणाल कुमार और बौआ के रूप में हुई है, जबकि घायल युवक सूरज कुमार भी इसी गांव का निवासी है। सूरज की हालत गंभीर बनी हुई है।
स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए घायलों को सड़क से उठाकर पुलिस की सहायता से चंडी के रेफरल अस्पताल पहुंचाया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद तीनों को बेहतर इलाज के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल रेफर किया गया। सदर अस्पताल में चिकित्सकों ने कुणाल कुमार और बौआ को मृत घोषित कर दिया, जबकि सूरज कुमार को गंभीर हालत में पावापुरी के विम्स अस्पताल भेजा गया।
घटना की सूचना मिलते ही चंडी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हादसे में शामिल ऑटो व क्षतिग्रस्त मोटरसाइकिल को जब्त कर लिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हादसे के कारणों का पता लगाने में जुटी है। प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और बाइक का अनियंत्रित होना हादसे का प्रमुख कारण माना जा रहा है।
इस हादसे ने मृतकों के परिजनों में कोहराम मचा दिया है। परासी गांव में शोक की लहर दौड़ गई है और मृतकों के परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोग और परिजन इस दुखद घटना से स्तब्ध हैं और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता की कमी पर चिंता जता रहे हैं।
बिहटा-सरमेरा मार्ग पर आए दिन होने वाले हादसे सड़क सुरक्षा के प्रति लापरवाही को उजागर करते हैं। लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर गति नियंत्रण के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किए गए हैं, जिसके कारण हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़क पर स्पीड ब्रेकर, चेतावनी बोर्ड और नियमित पुलिस गश्त जैसे कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।









