नालंदा दर्पण डेस्क। बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का खौफ अब नालंदा जिले के सरकारी स्कूलों में कम होता दिख रहा है। शिक्षकों की लेट लतीफी तथा अनुपस्थित होने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। जबकि विभागीय स्तर से सरकारी स्कूलों का लगातार औचक निरीक्षण कराया जा रहा है। वहीं शिक्षक है कि सब कुछ जानते हुए भी वे स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं अथवा बिना सूचना के अनुपस्थित हो रहे हैं।
ऐसे में विभाग द्वारा लगातार शिक्षकों पर कार्रवाई की जा रही है। विगत 30 अप्रैल को भी विभाग के द्वारा बीआरपी, केआरपी, बीपीएम तथा जेएमटी आदि के माध्यम से स्कूलों के कराए गए निरीक्षण में कुल 36 शिक्षक असूचित तथा अनाधिकृत रूप से गायब पाए गए हैं।
नालंदा जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इन सभी शिक्षकों का एक दिन का वेतन की कटौती करते हुए उनसे स्पष्टीकरण की भी मांग की गई है। उन्हें तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि इस गर्मी की छुट्टियों के दौरान भी जिले के सभी सरकारी स्कूलों में दक्ष तथा विशेष कक्षाओं का संचालन 8 बजे से 10 बजे पूर्वाहन के बीच किया जा रहा है। इन कक्षाओं में भी नियमित रूप से शिक्षकों को उपस्थित रहना अनिवार्य है।
बीते 30 अप्रैल को सभी शिक्षक अनाधिकृत रूप से विद्यालय से अनुपस्थित पाए गए थे। यदि शिक्षकों के द्वारा स्पष्टीकरण का उचित जवाब नहीं दिया जाता है तो उन पर आगे भी कार्रवाई हो सकती है।
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