बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहारशरीफ सदर अस्पताल (Biharsharif Sadar Hospital) में वर्षों से बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट में अब नई जान फूंकने की कवायद शुरू हो गई है। अस्पताल प्रबंधन ने इस प्लांट को न सिर्फ चालू करने, बल्कि इसे जिले के लिए ऑक्सीजन सिलिंडर आपूर्ति केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है।
इस पहल के तहत प्लांट में ऑक्सीजन सिलिंडर रिफलिंग की सुविधा शुरू की जाएगी। पहले चरण में रिफलिंग मशीनों को लगाने का कार्य प्राथमिकता के साथ किया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि फरवरी के अंत तक रिफलिंग का कार्य शुरू हो जाएगा।
अस्पताल प्रबंधन ने जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC), अनुमंडलीय अस्पताल और रेफरल अस्पतालों की सूची तैयार कर ली है, जहां नियमित रूप से ऑक्सीजन सिलिंडर की जरूरत पड़ती है। नए सिस्टम के तहत सिलिंडरों को भरने के लिए बूस्टर पंप भी लगाए जाएंगे। इससे जिले के किसी भी अस्पताल को ऑक्सीजन के लिए बाहरी सप्लायर पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
अस्पताल प्रशासन ने प्लांट के पुनः संचालन के लिए नया टेंडर जारी कर दिया है। इस बार प्लांट में केवल वार्डों में पाइपलाइनों के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति ही नहीं, बल्कि सिलिंडरों की रिफलिंग की भी व्यवस्था की जाएगी। अस्पताल के वार्डों में भी पहले की तरह पाइपलाइनों से ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
इस प्लांट के संचालन से नालंदा जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुगम हो जाएगी। कोविड-19 महामारी के समय ऑक्सीजन की कमी से हुई परेशानियों को देखते हुए यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार का बड़ा कदम साबित हो सकता है।
क्योंकि इससे अस्पतालों की ऑक्सीजन जरूरतों की निर्भरता बाहरी सप्लायर्स से खत्म होगी। इमरजेंसी स्थितियों में तुरंत ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। समय और खर्च दोनों की बचत होगी। जिले के अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।
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