राजगीर स्टेशन को मिलेगा इंटरनेशनल लुक, बख्तियारपुर-तिलैया रेलखंड होगा डबल

राजगीर (नालंदा दर्पण)। बिहार के ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल राजगीर को जल्द ही एक नई सौगात मिलने वाली है। भारतीय रेलवे ने राजगीर स्टेशन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने की योजना बनाई है। इसके साथ ही बख्तियारपुर-तिलैया रेलखंड के दोहरीकरण की परियोजना को भी हरी झंडी मिल गई है।

रेल मंत्रालय ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए 2400 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है। लगभग 98 किलोमीटर लंबे इस रेलखंड के दोहरीकरण से न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि यह क्षेत्र के विकास में भी सहायक होगा। इस परियोजना को तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

राजगीर रेलवे स्टेशन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का रूप देने के लिए विशेष योजनाएं बनाई गई हैं। स्टेशन पर आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ यात्रियों के आराम और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन तैयार किए जा रहे हैं। नई इमारतें, वेटिंग रूम, डिजिटल डिस्प्ले और प्लेटफॉर्म पर छायादार व्यवस्था जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

वर्तमान में बख्तियारपुर-तिलैया रेलखंड पर यातायात का दबाव बढ़ता जा रहा है। एकल रेल लाइन होने के कारण ट्रेन संचालन में देरी और तकनीकी समस्याएं सामने आती हैं। दोहरीकरण से इस समस्या का समाधान होगा और रेलगाड़ियां समय पर चलेंगी। साथ ही, इस खंड पर तीन नई ट्रेनों को जोड़ने की भी योजना है। इससे यात्री संख्या में बढ़ोतरी की संभावना है।

इस महत्वाकांक्षी परियोजना को तेजी से पूरा करने के लिए सर्वेक्षण कार्य पहले से ही शुरू हो चुका है। फिलहाल राजगीर स्टेशन पर केवल एक पीट लाइन है, लेकिन भविष्य में एक और पीट लाइन का निर्माण किया जाएगा। सभी कार्यों को बारीकी से जांचा और परखा जा रहा है। ताकि परिचालन में किसी प्रकार की बाधा न हो।

परियोजना के पूरा होने के बाद स्थानीय यात्रियों के साथ-साथ राजगीर आने वाले पर्यटकों को भी बड़ी राहत मिलेगी। राजगीर बौद्ध और जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है। वह बेहतर कनेक्टिविटी के कारण और अधिक पर्यटकों को आकर्षित करेगा।

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