नालंदा दर्पण डेस्क। हिलसा अनुमंडलीय अस्पताल में चिकित्सकों एवं कर्मियों की लापरवाही का मामला कोई नया नहीं है। यहां आए दिन इस तरह की घटनाएं आम बात हो गई है। एक बार फिर लापता चिकित्सक के इंतजार में पांच दिन का नवजात बच्चा मां की गोद में हीं दम तोड़ दिया है।
बताया जाता है कि हिलसा थाना क्षेत्र के गणपत बिगहा गांव निवासी इंद्रजीत कुमार की पत्नी ने बीते 23 मई को नॉर्मल डिलीवरी के माध्यम से एक बच्चे को जन्म दिया था। प्रसव के बाद चिकित्सकों द्वारा जच्चा-बच्चा को स्वस्थ बताकर अस्पताल से छुट्टी दे दी।
लेकिन उसकी अगली सुबह नवजात बच्चे की तबियत खराब होने पर परिजन हिलसा अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज करवाने के लिए पहुंचे। लेकिन वहां चिकित्सक उपस्थित नहीं थे।
चिकित्सक का इंतजार करते-करते मां की गोद में हीं नवजात ने दम तोड़ दिया। घंटों इंतजार के बाद जब चिकित्सक पहुंचे तो उन्होंने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
इतना सुनते ही परिजन अस्पताल के चिकित्सक एवं कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। यहां तक कि घटना के बाद परिजन को एंबुलेंस तक मुहैया नही कराया गया। नतीजतन चिलिचलाती धूप में ही शव को गोद मे लेकर परिजन को घर जाना पड़ा।
इस संबंध में अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. आरके राजू का कहना है कि ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने कहा कि नवजात की मृत्यु अस्पताल लाने के पहले ही हो चुका था। अस्पताल में डॉक्टर नही होने और लापरवाही का आरोप बिल्कुल गलत है।
वहीं अस्पताल के हेल्थ मैनेजर अनुराग कुमार का कहना है कि एम्बुलेंस की मांग नहीं की गई। मांग किया जाता तो उन्हें एम्बुलेंस जरूर उपलब्ध कराया जाता।
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