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ई-रिक्शा चालक हत्या-लूटकांड का 3 माह बाद हुआ खुलासा, जानें पूरा सनसनीखेज मामला

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RMP murder case solved, 2 youths including main suspect arrested

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। रहुई थाना क्षेत्र अंतर्गत पितौजिया गांव के समीप एक अर्धनिर्मित कचरा संग्रहण केंद्र (कचरा घर) में अज्ञात अपराध कर्मियों 12 जून 2024 को ई-रिक्शा चालक की हत्या कर उसके ई-रिक्शा गाड़ी एवं मोबाइल फोन लूट कर फरार हो गए थे। मृतक दीपनगर थाना क्षेत्र के तुंगी गांव के निवासी सिया पासवान के 32 वर्षीय पुत्र रंजय पासवान थे।

उनकी पत्नी द्वारा थाना में लिखित आवेदन दिया गया था। आवेदन प्राप्त होने के बाद पुलिस मामले की कार्रवाई में जुट गई थी। घटना के बाद डॉग स्क्वायड टीम के द्वारा जांच किया गया था। वहीं आसपास में लगे सीसी टीवी फुटेज के सहारे पुलिस जांच करने में लगातार जुटी हुई थी।

बिहारशरीफ सदर डीएसपी संजय जायसवाल ने प्रेस वार्ता कर बताया कि अपराधकर्मियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर पुलिस अनुसंधान प्रारंभ किया गया। अनुसंधान के क्रम में तकनीकी एवं वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर हत्या के मामले में सनलिप्त मुख्य आरोपी बेगूसराय जिला अंतर्गत थाना के नवाकोठी गांव निवासी जदू साहनी के पुत्र अजय चौधरी उर्फ अजय केवट को गिरफ्तार कर लिया गया।

वर्तमान में गिरफ्तार आरोपी पटना जिला एनटीपीसी बाढ़ में रह रहा था, जहां से उसकी गिरफ्तारी की गई है। वहीं घटना में प्रयोग में लाया गया मोबाइल फोन एवं लूटी गई ई-रिक्शा को पूछताछ के क्रम में बेगूसराय से बरामद किया गया एवं उसकी निशानदेही पर अन्य जिला जैसे नालंदा नवादा, जमुई, वेगुसराय, पटना, शेखपुरा, लखीसराय एवं अन्य कांडों में लूटी गई 3 ई रिक्शा की भी बारामदगी की गई है। कई कांडों का भी उद्भेदन किया गया है।

बकौल डीएसपी, अपराधियो ने पहले ई-रिक्शा चालक को भाड़ा पर बुक किया। उसके बाद चालक को मैंगो फ्रूटी जूस में नशीला पदार्थ पिलाकर घटना को अंजाम दिया गया था। इनका पूर्व में अलग अलग पांच थाना में आपराधिक इतिहास भी रहा है। आरोपी ने घटना को कबूल करते हुए बताया कि उसने घटना को अकेले अंजाम दिया है।

बता दें कि मृतक रंजय पासवान ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार को भरण पोषण करते थे। मृतक के चार बच्चे भी हैं। उनकी हत्या हो जाने से घर परिवार वाले बेसहारा हो चुके हैं। इस मामले को सुलझाने में पुलिस निरीक्षक डीआईयू शाखा नालंदा के आलोक कुमार, रहुई थानाध्यक्ष कुणाल कुमार, एसआई शशि रंजन कुमार मिश्रा, राजकुमार चौधरी एवं अन्य पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका रही।

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