नालंदा दर्पण डेस्क। नालंदा खुला विश्वविद्यालय (NOU) ने अपने शैक्षणिक क्षितिज का विस्तार करने के उद्देश्य से 12 नए पाठ्यक्रमों को शुरू करने की तैयारी कर ली है। इन पाठ्यक्रमों के लिए विश्वविद्यालय ने डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो (DEB) से मान्यता प्राप्त करने की प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजय कुमार के अनुसार सभी आवश्यक दस्तावेज और शुल्क DEB को जमा कर दिए गए हैं और अगले 20 दिनों में इन पाठ्यक्रमों को मंजूरी मिलने की उम्मीद है। नए पाठ्यक्रमों की सूची में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर विभिन्न विषयों को शामिल किया गया है।
इनमें दो प्रमुख स्नातक पाठ्यक्रम- बैचलर इन कंप्यूटर एप्लीकेशंस (BCA) और बैचलर इन लाइब्रेरी साइंस (BLIS) हैं, जो तकनीकी और पेशेवर क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए नए अवसर प्रस्तुत करेंगे।
स्नातकोत्तर स्तर पर निम्नलिखित विषयों में नए पाठ्यक्रम प्रस्तावित हैं:
- आपदा प्रबंधन
- पर्यावरण विज्ञान
- इतिहास
- पत्रकारिता एवं जनसंचार
- राजनीति विज्ञान
- संस्कृत
- समाजशास्त्र
- उर्दू
- पुस्तकालय विज्ञान
- प्राणी विज्ञान
मंजूरी के बाद ऑनलाइन नामांकन की शुरुआतः कुलपति प्रो. संजय कुमार के अनुसार विश्वविद्यालय पहले से ही 15 स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित कर रहा है। जिनमें विज्ञान, कला और वाणिज्य के विभिन्न विषय शामिल हैं। इन नए पाठ्यक्रमों के लिए मंजूरी मिलते ही ऑनलाइन नामांकन प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
विशेष रूप से इन सभी नए पाठ्यक्रमों की अध्ययन सामग्री पहले से तैयार है, जिससे छात्रों को जल्द से जल्द गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का लक्ष्य है। यह विस्तार न केवल बिहार के छात्रों के लिए बल्कि आसपास के क्षेत्रों के छात्रों के लिए भी उच्च शिक्षा के नए दरवाजे खोलेगा।
शैक्षिक परिदृश्य में सकारात्मक बदलावः NOU की यह पहल क्षेत्र के शैक्षिक परिदृश्य को समृद्ध करेगी। दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का यह प्रयास उन छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा। जो किसी भी कारणवश नियमित कक्षाओं में भाग नहीं ले सकते। DEB से मान्यता प्राप्त होने के बाद इन पाठ्यक्रमों की ऑनलाइन उपलब्धता से छात्रों को अपनी सुविधा अनुसार अध्ययन करने का अवसर मिलेगा।
विश्वविद्यालय की भविष्य की योजनाः NOU अन्य पाठ्यक्रमों को भी विस्तारित करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। विश्वविद्यालय DEB द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेज समय पर उपलब्ध करा रहा है ताकि अन्य पाठ्यक्रमों को भी मंजूरी मिल सके।
इससे न केवल छात्रों को नए विषयों में पढ़ाई का अवसर मिलेगा, बल्कि बिहार के शिक्षा स्तर में भी गुणात्मक वृद्धि होगी। NOU के इस विस्तार से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा मिलेगी। यह राज्य के छात्रों के भविष्य को उज्ज्वल और समृद्ध बनाएगी।
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