“हत्या की दर्ज प्राथमिकी में पांच लाख रुपए की लूट का भी जिक्र किया है। लेकिन पुलिस लूट के विरोध में गोली मारने की थ्योरी पर ज्यादा यकीन नहीं कर रही है। पुलिस जमीन व रुपए की लेन-देन के एंगल को भी खांगालने की कोशिश कर रही है…
बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। सोहसराय थाना क्षेत्र के मगध कालोनी स्थित सुहागन ज्वेलर्स के संचालक सुमन कुमार उर्फ चिटू की हत्या मामले में पुलिस के हाथ अबतक खाली है।
हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए डीएसपी डा.शिब्ली नोमानी, थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद एवं डीआईयू की टीम लगी है, लेकिन पुलिस किसी ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच पाई। अभी पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने में ही व्यस्त है।
पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि बदमाश किस रूट से इलाके में दाखिल हुए और घटना को अंजाम देने के बाद किस ओर भागे। हालांकि चश्मदीद बदमाशों के अस्पताल मोड़ की ओर भागने की बात बता रहे थे। हत्या के तौर-तरीकों को देखकर एक बात तो स्पष्ट है कि बदमाश पेशेवर थे।
स्थानीय लोगों की मानें तो बदमाशों के हाथ में आटोमेटिक पिस्टल था। किसी के चेहरे पर कोई घबराहट नहीं थी। हालांकि चिटू के जब्त मोबाइल से कई महत्वपूर्ण सुराग पुलिस के हाथ लगने की भी संभावना है।
थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद ने बताया कि मरने वाले स्वर्ण व्यवसायी सुमन कुमार उर्फ चिटू के पिता ने चार अज्ञात के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है। आवेदन में उन्होंने पांच लाख रुपए की लूट का भी जिक्र किया है। हालांकि पुलिस लूट के विरोध में गोली मारने की थ्योरी पर ज्यादा यकीन नहीं कर रही है। पुलिस जमीन व रुपए की लेन-देन के एंगल को भी खांगालने की कोशिश कर रही है।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगने वाले 560 सीसी कैमरे को छोड़कर पहले से शहर में लगे 52 कैमरों की नजर से बच कर बदमाश कैसे भाग निकला।
जबकि एसपी कार्यालय में बने सीसीटीवी कंट्रोल रूम की निगरानी के लिए पुलिस के जवान तैनात हैं। इससे पुलिस की सक्रियता पर भी उंगली उठ रही है। पुलिस का पब्लिक फ्रेंडली न हो पाना भी बढ़ते अपराध की एक वजह बताई जा रही है।
शव को सड़क पर रख मुआवजे के लिए डटे रहे लोग गुरूवार को जैसे ही चिटू की मौत की खबर मिली। इलाके में मातम मसर गया। शव आने के बाद स्थानीय लोग व स्वजन पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिए। इसके बाद लोगों ने शव को सुभाष पार्क के पास रखकर मुआवजे की मांग करने लगे।
घटना की सूचना मिलते ही एसडीओ कुमार अनुराग, डीएसपी डा.शिब्ली नोमानी, बीडीओ अंजन दत्ता व थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद मौके पर पुहंचे। आक्रोशित लोग पत्नी की सरकारी नौकरी व मुआवजे की मांग करने लगे।
काफी मशक्कत के बाद भी लोग नहीं मानें। प्रशासन व स्थानीय लोगों में काफी देर तक तू-तू ,मैं-मैं होती रही। लोगों ने पुलिस प्रशासन पर जमकर गुस्सा निकाला।
लोगों ने कहा कि अगर प्रशासन सक्रिय रहती और पुलिस की गश्त रहती तो यह घटना नहीं घटती। मौके पर लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नारे भी लगाए। लोगों के आक्रोश के आगे पुलिस बेबस दिखी। करीब दो घंटे तक लोग डटे रहे।
बाद में एसडीओ व डीएसपी के आश्वासन के बाद लोग मानें। एसडीओ ने तत्काल पारिवारिक लाभ के तहत आश्रित को 20 हजार रुपए का चेक दिया। तब जाकर लोग मानें और शव का पोस्टमार्टम कराया।
सोहसराय थाना क्षेत्र के मगध कालोनी स्थित सुहागन ज्वेलर्स के संचालक सुमन कुमार उर्फ चिटू की गुरूवार को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या किए जाने के विरोध में बीते शुक्रवार को व्यापारियों ने बाजार बंद रखा।
संघ कार्यालय में साथी दुकानदार की हत्या से सभी मर्माहत दिखें। सदस्यों ने दो मिनट का मौन रख दिवंगत आत्मा की शांति के लिए मौन रखा। साथ ही इस घटना में शामिल बदमाशों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।
नालंदा स्वर्ण व्यवसायी संघ के अध्यक्ष मदन कुमार वर्मा ने कहा कि अगर जल्द ही उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने मरने वाले स्वर्ण व्यावसायी चिटू की पत्नी को सरकारी नौकरी व बच्चों के भरण-पोषण की मांग की है।
उन्होंने बताया कि आगे की रणनीति के लिए रविवार को चौक बाजार स्थित संघ कार्यालय में सदस्यों की बैठक बुलाई है।
बता दें कि गुरुवार को करीब चार बजे दो बाइक से आए पांच नकाबपोश बदमाशों ने स्वर्ण व्यावसायी चिटू की गोली मारकर घायल कर दिया था। आनन-फानन में युवक को सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहां से चिकित्सकों ने उन्हें पटना रेफर कर दिया था। लेकिन पटना पुहंचने से पहले चिटू ने दम तोड़ दिया।
इस घटना से व्यापारियों में दहशत का माहौल बना हुआ है। व्यवसायियों ने कहा कि इस माहौल में व्यापार करना मुश्किल हो जाएगा। आम लोग सुरक्षित नहीं है। पुलिस बड़े-बड़े दावें करती है लेकिन धरातल पर कुछ नहीं है। गश्ती के नाम पर सिर्फ खानापूरी की जाती है।
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