युवाओं में बढ़ती आत्महत्या की प्रवृत्ति: जानें कारण और निदान

नालंदा दर्पण डेस्क। आधुनिक समाज में आत्महत्या एक गंभीर समस्या बनती जा रही है, विशेषकर युवाओं पर अधिक हावी है। जहां एक ओर युवाओं को अपनी जिंदगी के सुनहरे सपने देखने चाहिए, वहीं दूसरी ओर वे इतनी निराशा और अवसाद में डूब रहे हैं कि आत्महत्या का सहारा ले रहे हैं। इस आलेख में हम इस प्रवृत्ति के कारणों और निदान पर चर्चा करेंगे।

आत्महत्या की प्रवृत्ति के कारणः

आत्महत्या की प्रवृत्ति के निदानः

निष्कर्षः आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकने के लिए समाज के सभी वर्गों का सहयोग आवश्यक है। मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता, सामाजिक समर्थन, और सकारात्मक जीवनशैली युवाओं को इस अंधकार से बाहर निकाल सकती है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे युवा मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत बनें, ताकि वे भविष्य की चुनौतियों का सामना आत्मविश्वास के साथ कर सकें।

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