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बिटकॉइन माइनिंग और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा दो दोस्तों की हत्या का सनसनीखेज मामला

Sensational case of murder of two friends linked to bitcoin fraud and money laundering
Sensational case of murder of two friends linked to bitcoin fraud and money laundering

अब यह हत्याकांड सिर्फ एक आपराधिक मामला नहीं रहा, बल्कि इसमें साइबर क्राइम, बिटकॉइन माइनिंग और बैंकिंग धोखाधड़ी जैसी संगीन वारदातें भी जुड़ चुकी हैं…

हिलसा (नालंदा दर्पण)। पटना जिले के शाहजहांपुर थाना क्षेत्र में दो दोस्तों की गोली मारकर हत्या के मामले में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। इस हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस को बिटकॉइन माइनिंग और बड़े पैमाने पर बैंकिंग धोखाधड़ी से जुड़े अहम सबूत मिले हैं। इस आधार पर नगरनौसा थाना में भी दो अलग-अलग केस दर्ज किए गए हैं।

मृतक सौरभ कुमार नगरनौसा थाना क्षेत्र के भोभी गांव निवासी राजेश कुमार का बेटा था और आनंद कुमार, जो बेतिया के नौतन थाना क्षेत्र का निवासी था। दोनों की अपराधियों ने एरई-खरभइया-सरथुआ ग्रामीण सड़क पर गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में शाहजहांपुर पुलिस ने रोहित कुमार और सुनील कुमार को हिरासत में लिया। जिनसे पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं।

बिटकॉइन माइनिंग का काला खेलः जब पुलिस ने शाहजहांपुर थाना कांड संख्या 08/25 के तहत भोभी और सकरपुरा गांव में छापेमारी की तो उन्हें बिटकॉइन माइनिंग से जुड़ा अवैध धंधा संचालित होने की जानकारी मिली। रोहित कुमार के घर की तलाशी में पुलिस को बिटकॉइन माइनिंग मशीन बरामद हुई। रोहित कुमार ने स्वीकार किया कि वे सभी पार्टनर हैं और माइनिंग मशीन की मदद से बिटकॉइन निकालते थे। जिसका मुनाफा आपस में बांट लेते थे।

जब मृतक सौरभ कुमार के घर की तलाशी ली गई तो वहां से भारी मात्रा में बैंकिंग से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए। इनमें छह स्क्रीन टच मोबाइल, 42 एटीएम कार्ड, 24 विभिन्न बैंकों की चेकबुक, 10 पासबुक, 8 आईडी प्रूफ, एक लैपटॉप और 94 हजार रुपये नकद शामिल थे। इसके बाद भोभी गांव निवासी रोहित कुमार और नवादा जिले के बकरांडा निवासी सुमित कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया।

गोलू के ठिकाने से मिले संदिग्ध सबूतः जांच के दौरान पुलिस को हिलसा थाना क्षेत्र के हसनी गांव निवासी आलोक कुमार के पुत्र गोलू उर्फ रणविजय कुमार का नाम भी इस मामले में मिला। वह फिलहाल सकरपुरा गांव में अपने नाना इंद्रदेव प्रसाद के घर पर रहता था। जब पुलिस ने उसके ठिकाने की तलाशी ली तो वहां से एक लैपटॉप, एक पाइन लैब मशीन, एक मोबाइल फोन, 10 विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड और 1.25 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। इसके आधार पर गोलू उर्फ रणविजय कुमार पर भी धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।

अब हत्या से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग की आशंकाः पुलिस को संदेह है कि सौरभ और आनंद की हत्या सिर्फ आपसी रंजिश या लूटपाट का मामला नहीं, बल्कि इसमें बिटकॉइन माइनिंग और वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़े गहरे राज छिपे हो सकते हैं। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या हत्या का संबंध मनी लॉन्ड्रिंग, अवैध लेन-देन या साइबर क्राइम से था।

जांच में जुटी पुलिस और खुलासे संभवः फिलहाल शाहजहांपुर थाना पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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