इसलामपुर (नालंदा दर्पण)। महागठबंधन की ओर भाजपा सरकार के खिलाफ प्रखंड मुख्यालय पर धरना दिया गया।
इस मौके पर पूर्व विधायक चंद्रसेन प्रसाद ने कहा कि भाजपा सरकार में तबाही लूट दमन बर्वादी और महंगाई से जनता त्रस्त है। यह पहली सरकार है, जो खाद्य पदार्थों से लेकर पाठय सामाग्रियों पर टैक्स जीएसटी लगा रही है। रसोई गैस की कीमत 1300 सौ रुपए प्रति सिलेंडर पार कर गया है। लोग गोइठा और लकड़ी के युग में लौटने को विवश है।
उन्होंने कहा कि उज्वला योजना के नाम पर गरीबों को मूर्ख बनाया जा रहा है। रोजगार का वादा झूठी साबित हो रहा है। जबकि केंद्र सरकार के कार्यकाल में लाखों पद खाली है। 75 में बेरोजगारी का इतना भयावह स्थिति कभी सामने नहीं आया था। विदेशी कर्ज बढ़कर 620.7 अरब डालर पहुंच गया है।
श्री प्रसाद ने आगे कहा कि केंद्र सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, सिचांई, मनरेगा सहित अन्य ग्रामीण विकास और कल्याणकारी योजनाओं में लगातार कटौती कर रही है। मनरेगा में 429 रुपया मजदुरी देने से इंकार कर दिया है। देश में लचर स्वास्थ्य व्यावस्था और प्रवासी मजदुरों के प्रति केंद्रीय सरकार की उपेक्षा को कोविड और लॉकडॉउन ने बेनकाव कर दिया है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी की आड़ में छोटे मंझोले व्यावसायी अब तक नहीं उबर पाये है और फिर 2 हजार का नोटबंदी कर कालाधन पर हमला का एक बार फिर भ्रम पैदा किया जा रहा है। भाजपा सरकार का दलितों, पिछड़ो के आरक्षण कटौती भी साजिश अनवरत जारी है। वर्ष 24 में भाजपा को वापस लौटने का मतलव संविधान और लोकतंत्र का खात्मा।
इस मौके पर आनंद कुमार, इसराफिल आलम, उपेंद्र यादव, राहुल शर्मा आदि लोग मौजूद थे।