DM ने बाढ़ नियंत्रण, राहत और मरम्मत कार्य का यूं लिया जायजा
बाढ़ से बचाव के लिए बेलदारी बिगहा में एनडीआरएफ की एक टीम तैनात की गई है, जिसमें 30 महिला और पुरुष जवान शामिल हैं। टीम के पास चार नावें उपलब्ध हैं, ताकि आपात स्थिति में प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत बचाव कार्य किया जा सके...

This is how DM reviewed flood control, relief and repair work
हिलसा (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिला पदाधिकारी (DM) कुंदन कुमार ने आज दिनांक 21 जून 2025 को एकंगरसराय प्रखंड के अंतर्गत केशोवपुर पंचायत में बढारी तटबंध और मंडाछ पंचायत के बेलदारी बिगहा में संपर्क पथ के मरम्मती कार्य की प्रगति का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ से बचाव और प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की समीक्षा की।
लोकाईन नदी का जलस्तर वर्तमान में काफी कम होने के कारण बाढ़ का खतरा कम हुआ है, लेकिन भविष्य में बाढ़ की संभावनाओं को देखते हुए जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता बाढ़ प्रमंडल को स्पष्ट निर्देश दिए कि तटबंध मरम्मती कार्य में किसी भी हाल में तेजी लाई जाए, ताकि बाढ़ से होने वाली तबाही से बचा जा सके।
बेलदारी बिगहा सड़क मंडाछ, गोनाई बिगहा, फरगुसराय, शिवशंकर पुर, ठीकहीपर, लालाबिगहा, पुलपर, गजोपर, जगदारी, मठपर, पोरावां, बासबिगहा, रसलपुर आदि गांवों को जोड़ने के साथ-साथ मसौढ़ी, जहानाबाद और पटना जिले को भी जोड़ती है। इस सड़क के कटाव की मरम्मती को प्राथमिकता के आधार पर युद्ध स्तर पर पूरा किया गया है, जिससे आवागमन फिर से सुचारू हो गया है। जिलाधिकारी ने स्वयं इस कार्य का निरीक्षण किया।
बाढ़ से बचाव के लिए बेलदारी बिगहा में एनडीआरएफ की एक टीम तैनात की गई है, जिसमें 30 महिला और पुरुष जवान शामिल हैं। टीम के पास चार नावें उपलब्ध हैं, ताकि आपात स्थिति में प्रभावित क्षेत्रों में तुरंत बचाव कार्य किया जा सके।
जिला आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं। वर्तमान में चार सामुदायिक रसोई संचालित की जा रही हैं। आठ ब्रीच पॉइंट चिह्नित किए गए हैं। पांच पंचायतों के 12 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। 362 लोगों के बीच सूखा राशन और पॉलीथिन शीट्स का वितरण किया गया है। 101.20 क्विंटल पशु चारा वितरित किया गया है।
इसके अतिरिक्त, बेलदारी बिगहा में पशुओं के लिए मुफ्त दवाइयां और बाढ़ चिकित्सा शिविर के माध्यम से प्रभावित लोगों को मुफ्त इलाज और आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं।
जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता, बाढ़ प्रमंडल को निर्देश दिए कि अति संवेदनशील क्षेत्रों में तटबंध मरम्मती के लिए पर्याप्त संसाधन जैसे ईसी बैग, बालू भरे बोरे, बांस बल्ला, श्रमिक, रात्रि में लाइटिंग, वाहन और ट्रैक्टर हमेशा तैयार रखे जाएं। तटबंध टूटने की सूचना मिलते ही तुरंत मरम्मती कार्य शुरू किया जाए।

जिलाधिकारी के निर्देश पर कार्यपालक अभियंता विद्युत विभाग द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शत-प्रतिशत विद्युत आपूर्ति बहाल करने का कार्य तेजी से चल रहा है।
निरीक्षण के दौरान उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता (आपदा), अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, थानाध्यक्ष, स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीण उपस्थित थे।









