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नालंदा और बिहारशरीफ में स्थापित होंगे दो नए केंद्रीय विद्यालय

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। केंद्र सरकार ने नालंदा जिले में दो नए केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना को मंजूरी दे दी है। इनमें से एक केंद्रीय विद्यालय नालंदा में और दूसरा बिहारशरीफ में स्थापित किया जाएगा।

नालंदा जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखकर दोनों केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना को शीघ्र अमल में लाने का अनुरोध किया है। सांसद ने अपने पत्र में बताया कि दोनों विद्यालयों के लिए आवश्यक भूमि पहले ही उपलब्ध करा दी गई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन विद्यालयों की स्थापना में देरी न हो। ताकि जिले के अधिक से अधिक छात्र-छात्राएं इसका लाभ उठा सकें।

कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि नालंदा का गौरवशाली इतिहास रहा है। यह भूमि प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के लिए विश्वविख्यात है। नए केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना न केवल शिक्षा के क्षेत्र में जिले की साख को और मजबूत करेगी, बल्कि स्थानीय लोगों को बेहतर शैक्षिक सुविधाएं भी प्रदान करेगी।

नालंदा को प्राचीन काल से ही ज्ञान का केंद्र माना जाता है। प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय ने विश्व भर में अपनी पहचान बनाई थी और आज भी यह क्षेत्र शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशेष जगह रखता है। वर्तमान में राजगीर और हरनौत में पहले से ही दो केंद्रीय विद्यालय कार्यरत हैं, जो छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। अब दो और केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना से नालंदा का शैक्षिक परिदृश्य और समृद्ध होगा।

ये नए विद्यालय न केवल स्थानीय छात्रों को केंद्रीय स्तर की शिक्षा प्रदान करेंगे, बल्कि क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में भी योगदान देंगे। इन विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बेहतर अवसर प्राप्त होंगे।

नालंदा और बिहारशरीफ में केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना की खबर से स्थानीय लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। अभिभावकों का मानना है कि इन विद्यालयों की स्थापना से उनके बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।

दोनों केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना से नालंदा में शिक्षा का स्तर और ऊंचा होगा। ये विद्यालय न केवल शैक्षिक सुविधाएं प्रदान करेंगे, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा करेंगे। शिक्षकों, कर्मचारियों और अन्य सहायक स्टाफ की भर्ती से क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ेंगी।

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