नालंदा दर्पण डेस्क। नालंदा जिले में एक अलग तरह की वेब जर्नलिज्म शुरु हो गई है। अपने न्यूज पोर्टल को ट्रेंड कराने के चक्कर में पुरानी खबर को एक-एक कर प्रसारित करने बीमारी से प्रायः उहाफोह की स्थिति बन रही है।
यहाँ जर्नलिज्म का एक नया ड्रेंड यह शुरु हुआ है कि प्रायः अखबार, न्यूज चैनल के रिपो्टर या अन्य धंधे के कारोबारी न्यूज पोर्टल के रुप में रोज अपनी नई दुकान खोल दी है या खोल रहे हैं। एक ही खबर परस्पर समयांतराल पर हुबहू प्रसारित हो रहे हैं। जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक के अखबारी रिपोर्टर न्यूज पोर्टल चलाने लगे हैं। उनके अखबारों को सिर्फ विज्ञापनों से मतलब है, रिपोर्टरों की हरकतों से नहीं।
स्थिति इतनी हास्यास्पद है कि ऐसे कुकुरमुत्ते छाप न्यूज पोर्टल के स्वघोषित संपादक बने रिपोर्टर डेटलाइन तक संपादित करने की योग्यता तक नहीं रखते। वे एकनिश्चित राशि लेकर सिर्फ प्रोपगंडा फैलाते हैं। सौ-पचास रुपए लेकर नेताओं-अफसरों का महिमामंडन वायरल करते रहते हैं।
बिना मान्यता न्यूज चैनल का आईडी लेकर पुलिस-प्रशासन के बीच भी बिचरने से परहेज नहीं रखते। वरीय जिम्मेवार पदाधिकारी भी ऐसे लोगों को ही अधिक अंगियाते दिखते हैं। उनकी एक ही सोच है कि बदनाम हुए तो क्या नाम नहीं हुआ।
बहरहाल, आज एक न्यूज पोर्टल ने एक पुरानी खबर को प्रसारित कर सनसनी फैला दी। जिसने भी यह खबर पढ़ी, वे पड़ताल में जुट गए। क्योंकि ऐसे भयानक सूचना राष्ट्रीय मीडिया तक को प्रभावित करती है। उसे अन्यास ही झकझोर जाती है।
उस वेबसाइट ने हिलसा पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी के हवाले से एक बड़ी खबर प्रसारित की है, जो प्रमुख ब्राउजरों के एप तक में ट्रेंड हो गई।
डीएसपी के हवाले से खबर में बताया गया है कि बिहार के नालंदा जिले में एक तेज रफ्तार ट्रक के सड़क किनारे भोजनालय से टकरा जाने से आठ लोगों की मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
खबर में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हवाले से बताया गया है कि जब पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे तो गुस्साए स्थानीय लोगों ने वाहन में आग लगा दी और भारी पथराव किया।
खबर में आगे लिखा है कि पुलिस उपाधीक्षक कृष्ण मुरारी शरण ने बताया कि यह दुर्घटना तेलहाडा थाना क्षेत्र में शाम को उस समय हुई, जब पड़ोसी जहानाबाद जिले से आ रहे ट्रक के चालक ने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया।
उन्होंने बताया कि मरने वालों में ईटिंग जॉइंट के कर्मचारी और ग्राहक भी शामिल हैं। ट्रक का चालक और अन्य सवार वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गए, जिसके बाद आक्रोशित दर्शकों ने उसमें आग लगा दी। पुलिस कर्मियों पर पथराव किया गया, जब उन्होंने शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने की कोशिश की और घायलों को अस्पतालों में ले जाया गया।
आज प्रसारित खबर के अनुसार डिप्टी एसपी ने कहा कि संबंधित खंड विकास अधिकारी के वाहन में भी तोड़फोड़ की गई, स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए क्षेत्र में एक विशाल पुलिस दल को तैनात किया गया है।
यही नहीं खबर में नालंदा जिले के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हादसे पर दुख जताने और जिलाधिकारी को मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का निर्देश दिए जाने का भी उल्लेख है।
दरअसल, कमोवेश इस तरह के हादसे उस तेल्हाड़ा क्षेत्र में बीते होलिका दहन के दौरान मार्च,2021 में ही हुआ था। एक अनियंत्रित ट्रक अचानक एक मिठाई की दुकान पर लगी भीड़ में घुस गई थी। यानि उस क्षेत्र में इस तरह के हादसा सात माह पहले घटित हुई थी, जिसमें आधा दर्जन लोगों की मौत हुई थी।
वेब एक्सपर्ट बताते हैं कि इस तरह की सूचनाएं ताजा कर प्रसारित करने या उसे वायरल करने के पीछे उनकी कुंठित मानसिकता होती है। वे कॉपी-पेस्ट करते समय उसके सामायिक तथ्य को समझ नहीं पाते या फिर अपने पेज का व्यूअर बढ़ाने के लालच में जानबूझ कर खुद के साथ वेब जर्नलिज्म के साथ खिलबाड़ कर रहे हैं।
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