देश का एक्स-रे है जाति जनगणना, यही लाएगी असली विकास : राहुल गांधी
राजगीर से राहुल गांधी की इस हुंकार ने आगामी समय में जाति जनगणना को लेकर राजनीतिक तापमान और बढ़ा दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्ष इस मुद्दे को किस तरह आगे ले जाता है और सत्तारूढ़ दल इसका क्या जवाब देता है...

राजगीर (नालंदा दर्पण)। ऐतिहासिक और आध्यात्मिक नगरी राजगीर में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने जाति जनगणना को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि देश का असली विकास तब शुरू होगा, जब सामाजिक हकीकत को पहचानकर योजनाएं बनाई जाएंगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जाति आधारित जनगणना केवल आंकड़ों का संग्रह नहीं, बल्कि भारत के सामाजिक ढांचे का एक्स-रे है।
राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (RICC) के भव्य मंच से राहुल गांधी ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह पहल बिहार की भूमि से हो रही है, क्योंकि यहां से सामाजिक न्याय की चेतना ने बार-बार देश को दिशा दी है। उन्होंने कहा कि भारत सिर्फ कुछ चुनिंदा वर्गों का नहीं है, बल्कि यह सभी जातियों, धर्मों और समुदायों का देश है।
राहुल गांधी ने कहा कि जाति जनगणना से ही यह तय होगा कि किस वर्ग को कितना प्रतिनिधित्व, संसाधन और अवसर मिलना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी हर भाषण में खुद को ओबीसी कहते हैं, लेकिन जब तक जाति जनगणना नहीं होती, तब तक यह साबित कैसे होगा?
उन्होंने आगे कहा कि ट्रंप ने 11 बार सार्वजनिक रूप से कहा कि उन्होंने मोदी को सरेंडर कराया, लेकिन मोदी ने कुछ नहीं कहा। वे सच्चाई से भागते हैं। राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार जातिगत भागीदारी की बातें तो करती है, लेकिन नीति और योजना में उसका कोई ठोस प्रतिबिंब नहीं दिखाई देता।
राहुल गांधी ने कहा कि देश की 90 फीसदी आबादी- जिसमें पिछड़े, अति पिछड़े, महादलित और अल्पसंख्यक शामिल हैं- अब भी विकास की मुख्यधारा से बाहर हैं। उन्होंने कहा, “यह लड़ाई राजनीतिक नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और आत्मसम्मान की है।” उन्होंने यह भी घोषणा की कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को संसद से सड़क तक ले जाएगी और जाति जनगणना को करवा कर ही दम लेगी।
बिहार की ऐतिहासिक भूमिका को रेखांकित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह भूमि सत्य, करुणा और न्याय की रही है। नालंदा विश्वविद्यालय कभी पूरी दुनिया का बौद्धिक केंद्र था। उन्होंने आज की स्थिति को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि आज बिहार के युवा पलायन को मजबूर हैं, जबकि कभी यहीं से पूरी दुनिया को दिशा मिलती थी।
इसके पहले कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर राहुल गांधी का भव्य स्वागत किया गया। सभागार न्याय की आंधी राहुल गांधी, जय बापू जय भीम, संविधान रक्षक राहुल गांधी ज़िंदाबाद जैसे नारों से गूंज उठा। उन्हें अंगवस्त्र, महात्मा बुद्ध एवं जरासंध की प्रतिमा, गदा आदि भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में कांग्रेस अति पिछड़ा विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल जयहिंद ने भी जनता को संबोधित करते हुए कहा कि देश की 90 प्रतिशत आबादी आज भी वंचित, शोषित और कमजोर है। उन्हें संविधान के अनुरूप भागीदारी नहीं मिली है।









