नालंदा दर्पण डेस्क। बिहार शिक्षा विभाग (Bihar Education Department) ने सरकारी स्कूलों में फर्जीवाड़ा कर नियुक्त हुए शिक्षकों को पकड़ने के लिए बड़ी तैयारी की है। उन्हें दबोचने के लिए विभाग ने नए पुराने सभी शिक्षकों की एक बार फिर से काउंसलिंग कराने की नीति बनाई है।
यह प्रक्रिया आगामी एक अगस्त से शुरु होगी। उसके बाद शिक्षकों का तबादला किया जाएगा। सक्षमता पास से लेकर नये पुराने बीपीएससी पास शिक्षकों की पुनः काउंसलिंग की जाएगी। फिलहाल बिहार के सरकारी स्कूलों चार कैडर के शिक्षक कार्यरत है।
पहला कैडर ग्रेड पेः इनमें वो टीचर आते हैं, जिन्होंने ग्रेड पे पर जॉइन किया है। इनकी संख्या अब काफी कम बची है।
दूसरा कैडर नियोजित शिक्षकः बिहार सरकार ने नियोजन के सहारे शिक्षकों की बड़ी संख्या में बहाली की है। इन्हें नियोजित टीचर कहा जाता है। इनको लेकर सरकार के पास ट्रांसफर पॉलिसी नहीं है।
तीसरा कैडर बीपीएससीः बिहार सरकार में 2023 और 2024 में बीपीएससी द्वारा शिक्षकों को नियुक्ति की गई है। TRE-1 और TRE-2 से बीपीएससी शिक्षक चुनकर आए हैं।
चौथा विशिष्ट शिक्षक कैडरः इस कैडर में वैसे शिक्षक शामिल होंगे जो सक्षमता परीक्षा पास करेंगे। नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा विशिष्ट शिक्षक बनने पर ही मिलेगा।
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