बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार शिक्षा विभाग (Bihar Education Department) सरकारी स्कूलों में कार्यरत करीब साढ़े पांच लाख प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों के वेतन का भुगतान अब उनकी ऑनलाइन हाजिरी (मोबाइल एप के जरिये) के आधार पर होगा। एक अक्टूबर से ऑनलाइन उपस्थिति के आधार पर ही शिक्षकों को वेतन दिया भुगतान होगा।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने इस आशय के आदेश सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी कर दिये हैं। प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों की अभी उपस्थिति इ-शिक्षा कोष एप से ली जा रही है।
शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन हाजिरी के लिए शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को दो विकल्प दिये हैं। वे अनिवार्य तौर पर इ-शिक्षाकोष एप पर रोज हाजिरी लगायेंगे। यह आंकड़ा पोर्टल पर रोजाना दर्ज होगा। साथ ही सभी वे भौतिक रूप से उपस्थिति रजिस्टर में भी उपस्थिति दर्ज करा सकते हैं।
हर महीने संबंधित प्रखंड के सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की तरफ से इ-शिक्षाकोष एप पर दर्ज उपस्थिति के आधार पर अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों की निगेटिव लिस्ट बना कर डीपीओ स्थापना को दी जायेगी। इसके आधार पर एक अक्तूबर से वेतन भुगतान किया जायेगा।
एप पर कोई शिक्षक अनधिकृत तौर पर गैर हाजिर पाया जाता है, तो उस तिथि की अनुपस्थिति को आकस्मिक और अन्य अनुमान्य अवकाश में शामिल किया जायेगा। इन दोनों अवकाश के नहीं होने पर उस तिथि को लीव विदाउट पे घोषित होंगे। तकनीकी दिक्कत से उपस्थिति दर्ज करने में समस्या आती है, तो उपस्थिति रजिस्टर के आधार पर वेतन मिलेगा।
25 जून से इ-शिक्षाकोष मोबाइल एप से अभी 4.5 लाख शिक्षक रोज हाजिरी बना रहे हैं। इ-शिक्षाकोष मोबाइल एप पर ‘स्कूल एडमिन’ नाम का एक नया विकल्प दिया है। इससे प्रधानाध्यापक भी उपस्थित शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज कर सकेंगे।
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