नालंदा दर्पण डेस्क। बिहार राज्य पर्यटन विभाग (Bihar State Tourism Department) अब प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को एक बड़ी सुविधा दने जा रही है। जल्द ही पर्यटन स्थल और इको टूरिज्म स्थल के लिए एक ही टिकट व्यवस्था की जायेगी।
खबरों के मुताबिक इसकी शुरुआत राजगीर के पर्यटन स्थल, जू सफारी और नेचर सफारी से की जाएगी। बिहार में इको टूरिज्म के लिए जिन वनक्षेत्र को चिह्नित किया गया है, उनमें वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व, मुंगेर भीमबांध, बेगूसराय कावर झील, दरभंगा कुशेश्वरस्थान, चंपारण सरैयामन, कटिहार गोगाबिल, राजगीर जू सफारी और नेचर सफारी एवं घोड़ा कटोरा, वैशाली बरेला, अररिया रानीगंज वाटिका, गया बुद्ध स्मृति पार्क, जमुई माधोपुर महावीर उद्यान, कैमूर और रोहतासगढ़ आदि शामिल हैं।
बताया जाता है कि पर्यटन की असीम संभावना वाले बिहार में अब इको टूरिज्म को भी विकसित करने की तैयारी है। पर्यटन के नये संभावना वाले क्षेत्र इको टूरिज्म को पर्यटन और वन एवं पर्यावरण विभाग मिलकर कर विकसित करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। इसे लेकर दोनों विभागों के बीच कई राउंड की बैठकें भी हो चुकी है।
ईको टूरिज्म के तहत प्रकृति से सामन्जस्य रखते हुए और पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचाये पर्यटन को बढ़ाने की दिशा में दोनों विभाग काम कर रहा है। आने वाले दिनों में पर्यटन स्थल और इको टूरिज्म स्थल को लेकर इंट्रीग्रेटेड व्यवस्था विकसित की जायेगी।
इको टूरिज्म को विकसित करने का मुख्य मकसद पर्यटन को बढ़ावा देना, प्राकृतिक विविधता को बिना प्रभावित किए पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित करना और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर प्रदान करना है।
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