बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहारशरीफ सदर अस्पताल (Biharsharif Sadar Hospital) पूर्व सिविल सर्जन डॉ. श्यामा की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय टीम की जांच रिपोर्ट के बाद जिलाकारी शशांक शुभंकर ने प्रसव के दौरान चिकित्सक एवं नर्सों द्वारा की गयी लापरवाहीं में चार लोगों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
इसके तहत चिकित्सक डॉ. वीणा प्रभा और ए ग्रेड नर्स अंजु कुमारी, रेणुका कुमारी एवं सुलोचना के विरुद्ध प्रपत्र ‘क’ गठित करते हुए विभाग द्वारा इनके निलंबन की कार्रवाई करने की अनुशंसा भेजी जायेगी।
बता दें कि शहर के अलीनगर निवासी विनोद सिंह की पत्नी अमृता सिंह पांच जून को प्रसव के लिए सदर अस्पताल में भर्ती हुई। उन्होंने बाद में जिलाधिकारी से शिकायत की थी कि प्रसव के दौरान सावधानी नहीं बरती गयी और डॉक्टर के बगैर नर्स ने हीं प्रसव कराया। किसी तरह की जांच भी नहीं कराई गयी। नवजात के जन्म के बाद प्रसूता के बायें हाथ का एक्टिविटी समाप्त हो गया। जच्चा-बच्चा की हालत गंभीर थी।
शिकायत के आलोक में डीएम ने सीएस डॉ. श्यामा की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाई थी जिसमें एसीएमओ डॉ. कुमकुम प्रसाद तथा अपर उपाधीक्षक डॉ. राकेश कुमार शामिल थे। जांच रिपोर्ट में कई प्रकार की गड़बड़ियां पाई गयी, जिसमें पर्चा भरने में हेराफेरी जैसे मामले सामने आये थे। जांच रिपोर्ट आने के बाद जिलाधिकारी ने यह कार्रवाई की है।
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