बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। पूरे नालंदा जिले में इन दिनों छात्रों के अभिभावकों से प्राईवेट स्कूल (private school) संचालकों की मनमानी वसूली चरम पर हैं। उनका मनोवल इस कदर बढ़ गया है उन्होंने अपने स्कूल को शॉपिंग मॉल बना दिया है।
ऐसी बात नहीं है कि प्राईवेट स्कूलों की इस अमानवीय हरकत पर नकेल कसने की जबाबदेही तय नहीं है। इसकी जबाबदेही भी संबंधित शिक्षा विभाग के अफसरों की है। लेकिन चांदी के जूते खाने की उनकी आदत सी हो गई है। अभिभावकों का दर्द का उन्हें कोई अहसास नहीं है।
RPS प्राईवेट स्कूल से जुड़े कई अभिभावकों ने बताया कि यहां नगर के एक खास दुकान नालंदा ग्रन्थालय से बच्चों के पठन-पाठन की सामग्री और ड्रेस खरीदने को बाध्य कर दिया गया है। जहां काफी अधिक कीमत वसूली जा रही है। नहीं खरीदने पर बच्चों को स्कूल से निकाल देने की चेतावनी दी जाती है।
अभिभावकों का यह भी कहना है कि जिला प्रशासन एवं विभागीय अफसरों से इसकी शिकायत करने पर कहीं से कोई कार्रवाई नहीं होती है, इससे स्कूल संचालकों की मनमानी और भी बढ़ गई है। इस स्कूल में मोटी कमाई के लालच में हर साल पाठ्य पुस्तक भी बदल दी जाती है।
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