Home नालंदा सक्षमता पास शिक्षकों का बायोमेट्रिक मिलान शुरू, जानें प्रखंडवार शेड्यूल

सक्षमता पास शिक्षकों का बायोमेट्रिक मिलान शुरू, जानें प्रखंडवार शेड्यूल

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Biometric matching of competency pass teachers begins, know block-wise schedule
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बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार नालंदा जिले में द्वितीय चरण सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण स्थानीय निकाय शिक्षकों के थंब इंप्रेशन और बायोमेट्रिक मिलान की प्रक्रिया आज से आरंभ हो गई। यह प्रक्रिया जिला शिक्षा कार्यालय परिसर स्थित नालंदा कॉलेजिएट प्लस टू विद्यालय में काउंटर बनाकर पूरी की जा रही है।

पहले दिन बिहारशरीफ, रहुई और नूरसराय प्रखंडों के शिक्षकों को अपराह्न 4 बजे से बुलाया गया। तीन प्रखंडों के शिक्षकों के एकसाथ बुलाए जाने से काउंटर पर अभ्यर्थियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। शिक्षकों का थंब इंप्रेशन और बायोमेट्रिक मिलान देर शाम तक चलता रहा।

पांच दिवसीय प्रक्रिया का शेड्यूल: जिले के 20 प्रखंडों के शिक्षकों के लिए विभाग ने अलग-अलग तिथियां निर्धारित की हैं-

5 दिसंबर: बेन, राजगीर, कतरीसराय, गिरियक और सिलाव प्रखंड।

6 दिसंबर: सरमेरा, हरनौत, थरथरी, चंडी और परवलपुर प्रखंड।

7 दिसंबर: इस्लामपुर, एकंगरसराय और हिलसा प्रखंड।

8 दिसंबर: अस्थावां, बिंद, करायपरशुराय और नगरनौसा प्रखंड।

प्रक्रिया के महत्व पर जोर: थंब इंप्रेशन और बायोमेट्रिक मिलान प्रक्रिया का उद्देश्य शिक्षकों की सटीक पहचान और पारदर्शिता सुनिश्चित करना है। सक्षमता परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों के लिए यह प्रक्रिया अनिवार्य है।

शिक्षकों की प्रतिक्रिया: अभ्यर्थियों ने इस प्रक्रिया को महत्वपूर्ण बताया। लेकिन भीड़ और लंबे इंतजार को लेकर नाराजगी जताई। कई शिक्षकों ने समय प्रबंधन में सुधार की मांग की।

भविष्य की योजना: जिला प्रशासन ने प्रक्रिया के सुचारु संचालन के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं। साथ ही आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त काउंटर खोलने की योजना बनाई जा रही है।

बहरहाल, यह प्रक्रिया शिक्षकों की पहचान सुनिश्चित करने के साथ-साथ जिले में शिक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

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