Wednesday, April 16, 2025
अन्य

विभिन्न मांगों को लेकर संविदागत एएनएम ने प्रदर्शन किया

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। विभिन्न मांगों को लेकर नालंदा जिले की संविदागत एएनएम ने बिहारशरीफ सदर अस्पताल परिसर स्थित सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद की और सिविल सर्जन को ज्ञापन सौंपा।

प्रदर्शनकारी महिलाकर्मियों का कहना है कि पूरे बिहार में 865 संविदा एएनएम मात्र 11500 पर कार्यरत हैं, जबकि राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार, पटना के द्वारा संविदा पर कार्यरत एएनएम को 35 प्रतिशत वेतन में इजाफा हुआ है। उन्हें प्रत्येक वर्ष वेतन वृद्धि देय है, परंतु 865 संविदागत एएनएम का वेतन में बढ़ोतरी नहीं हो रही है।

उनकी मांग है कि बकाया वेतन का अविलंब भुगतान किया जाय, विशेष अवकाश का लाभ दिया जाय, यूबिन पोर्टल पर कार्य करने के लिए मोबाइल डाटा की व्यवस्था की जाय, संविदागत एएनएम को गृह जिला में पदस्थापित किया जाय, वेतन बढ़ोतरी का लाभ 865 संविदागत एएनएम को भी दिया जाय, नियमित नियुक्ति होने तक न्यूनतम वैधानिक मजदूरी 26,000 रुपए प्रति माह भुगतान किया जाय।

इस अवसर पर बिहार चिकित्सा व जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने कहा कि संविदागत 865 एएनएम की मांगें जायज है। राज्य सरकार द्वारा आवश्यक पहल की जानी चाहिए।

इस प्रदर्शन में कुमारी विनीता सिन्हा, सोनी कुमारी, रेखा कुमारी खुशबू कुमारी, अमिता कुमारी, जुली कुमारी, पिंकी कुमारी, प्रियंका कुमारी, निकिता कुमारी, संजू कुमारी, माया कुमारी सहित दर्जनों संविदागत एएनएम शामिल थी।

 विम्स पावापुरी में चिकित्साकर्मियों के साथ मारपीट, देखें X पर वायरल वीडियो

महिला की मौत के बाद अस्पताल में बवाल, तोड़फोड़, नर्स को छत से नीचे फेंका

जानें नालंदा में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत

सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन योजना के मूल उद्देश्य और समस्याएं

नालंदा के सभी स्कूलों के बच्चों को ताजा अंडा और फल देने का आदेश

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

जुड़ी खबर

error: Content is protected !!
ये हैं भारत के 15 विश्व प्रसिद्ध प्राचीन विश्वविद्यालय नालंदा विश्वविद्यालय: प्राचीन इतिहास की नई शुरुआत 10 most beautiful actresses in the world : विश्व की 10 सबसे सुंदर अभिनेत्रियां जानें प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय से जुड़े अनसुलझे रहस्य