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Corruption in Rajgir Nagar Parishad: अफसर से ठेकेदार तक 4 माह में दर्ज हुई 4 FIR, कार्रवाई जीरो

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Corruption in Rajgir Nagar Parishad: 4 FIRs filed from officers-employees to contractors, zero action

नालंदा दर्पण डेस्क। राजगीर नगर परिषद में भी गजब का भ्रष्टाचार का आलम (Corruption in Rajgir Nagar Parishad) है। यहां गंभीर आरोपों की पुष्टि के बाद अफसर-कर्मी से लेकर ठेकेदार पर स्थानीय थाना में अबतक चार एफआईआर दर्ज की गई है। लेकिन सारे एफआईआर पुलिस फाइल तक ही सीमित हैं। पुलिस ने एक भी मामले में कोई गिरफ्तारी-कार्रवाई नहीं की जा सकी है।

इधर खबर है कि साफ सफाई आउटसोर्सिंग ठेकेदार मेसर्स दीपक कुमार शर्मा के खिलाफ राजगीर थाना में एफआईआर दर्ज कराया गया है। यह ठेकेदार बेगूसराय जिले के लखमिनियां (वार्ड 18) का रहने वाला है।  नगर परिषद द्वारा चार महीने में यह चौथा एफआईआर दर्ज कराया गया है।

इसके पहले सहायक टैक्स दारोगा प्रमोद कुमार के खिलाफ दो और एलडीसी रवि कुमार के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराया जा चुका है। नगर परिषद के एपीएसडब्लूएमओ मनीष कुमार द्वारा यह एफआईआर दर्ज कराया गया है।

आउटसोर्सिग ठेकेदार मेसर्स दीपक कुमार शर्मा द्वारा राजगीर नगर परिषद क्षेत्र में डोर-टू-डोर साफ-सफाई हेतु निविदा प्राप्त करने में दस्तावेजों में छेड़-छाड़, जाल फरेबी और धोखाधड़ी किया गया है। डीएम शशांक शुभंकर द्वारा इस मामले की जांच उप विकास आयुक्त वैभव श्रीवास्तव की अध्यक्षता में गठित जिला निगरानी धावा दल से कराया गया है।

जांच प्रतिवेदन से स्पष्ट हुआ है कि आउटसोर्सिंग संवेदक दीपक कुमार शर्मा द्वारा नगर परिषद् के वार्ड-18 में डोर-टू-डोर साफ-सफाई हेतु निविदा लेने के लिए समर्पित कर्मचारी भविष्य निधि संगठन का भुगतान पुष्टि रसीद क्रमांक-एक से सात तक सही नहीं है। रसीद में क्यूआर को अलग से कॉपी-पेस्ट किया गया है।

इससे स्पष्ट होता है कि आउटसोर्सिंग ठेकेदार दीपक कुमार शर्मा द्वारा डोर-टू- डोर साफ-सफाई हेतु निविदा प्राप्त करने के लिए दस्तावेजों में छेड़-छाड़ और जाल फरेबी किया गया है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद डीएम द्वारा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को सात दिनों के अंदर इस कृत्य के आउटसोर्सिंग संवेदक दीपक कुमार शर्मा से स्पष्टीकरण कर उन पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया गया है। उनके फर्म मेसर्स दीपक कुमार शर्मा को काली सूची में डालने की भी कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।

आउटसोर्सिंग ठेकेदार मेसर्स दीपक कुमार शर्मा के खिलाफ लगाये गये आरोपों कि जांच डीडीसी वैभव श्रीवास्तव सहित बिहारशरीफ के भूमि सुधार उपसमाहर्ता, साइबर सेल के पुलिस उपाधीक्षक, बिहारशरीफ के एसपीजीआरो, एडीएसएस के सहायक निदेशक और भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता से कराया गया है।

इधर राजगीर नगर परिषद द्वारा शहर के साफ सफाई आउटसोर्सिंग ठेकेदार मेसर्स दीपक कुमार शर्मा के कॉन्ट्रैक्ट को भी रद्द कर दिया गया है। यह कार्रवाई नगर परिषद के स्थायी सशक्त समिति द्वारा लिया गया है।

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