
बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। गया रेलवे जंक्शन पर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) की संयुक्त कार्रवाई में 116.700 किलोग्राम डोडा जब्त किया गया, जिसकी बाजार कीमत लगभग 23 लाख 34 हजार रुपये आंकी गई है। इस कार्रवाई में तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें नालंदा जिले के बेन थाना क्षेत्र निवासी सुजीत कुमार भी शामिल है। अन्य दो तस्कर पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के मनदीप कुमार और रामनगर मंडी के संजीव कुमार हैं।
श्रावणी मेले के दौरान गया जंक्शन पर भीड़ नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। आरपीएफ इंस्पेक्टर बनारसी यादव और रेल थाना प्रभारी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि एक नंबर प्लेटफॉर्म के पास शौचालय के समीप एक बोलेरो गाड़ी संदिग्ध अवस्था में रुकी। गाड़ी से तीन व्यक्ति उतरे और डिक्की से ट्रॉली बैग निकालकर प्लेटफॉर्म की ओर बढ़ने लगे। संदेह होने पर तुरंत सहायक सुरक्षा आयुक्त हरमंगत सिंह को सूचना दी गई।
हरमंगत सिंह के नेतृत्व में आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों व्यक्तियों को रोका। पूछताछ के बाद उनके बैगों की जांच की गई, जिसमें 116.700 किलोग्राम डोडा बरामद हुआ। तीनों तस्करों को मौके पर ही गिरफ्तार कर रेल थाना लाया गया। डीडीयू मंडल के सीनियर कमांडेंट जेथिन बी राज ने बताया कि तस्करों से पूछताछ जारी है और नशीले पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए आरपीएफ सतर्कता अभियान चला रही है।
पूछताछ में तस्करों ने खुलासा किया कि वे नालंदा जिले के कुतलूपुर से बोलेरो गाड़ी भाड़े पर लेकर डोडा को सड़क मार्ग से गया जंक्शन तक लाए थे। उनका इरादा गाड़ी संख्या 13307 गंगा-सतलज एक्सप्रेस से डोडा को लुधियाना ले जाने का था। जेथिन बी राज ने बताया कि ये तस्कर बाहरी राज्यों में रहकर संगठित तरीके से डोडा की तस्करी में शामिल थे।
आरपीएफ और जीआरपी ने डोडा, बोलेरो वाहन और अन्य सामान जब्त कर लिया है। रेल थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस कार्रवाई में सीआइबी इंस्पेक्टर चंदन कुमार, सब इंस्पेक्टर मुकेश कुमार, सहायक अवर निरीक्षक मृत्युंजय कुमार अकेला और अन्य जवानों की भूमिका सराहनीय रही।
बहरहाल, श्रावणी मेले के दौरान रेलवे स्टेशनों पर बढ़ती भीड़ और नशीले पदार्थों की तस्करी की आशंका को देखते हुए आरपीएफ और जीआरपी ने सतर्कता बढ़ा दी है। यह कार्रवाई न केवल तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है। नालंदा जिले से तस्कर की गिरफ्तारी ने स्थानीय स्तर पर इस अपराध के नेटवर्क की गहराई को भी उजागर किया है।









