बिजली तार चोरी से उड़े किसानों के होश, चंडी में डेढ़ किमी एबी केबल गायब

हिलसा (नालंदा दर्पण)। चंडी थाना क्षेत्र इन दिनों बिजली तार की चोरी की बढ़ती घटनाओं से त्रस्त है। अज्ञात चोरों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि न केवल बिजली विभाग को लाखों-करोड़ों का नुकसान हो रहा है, बल्कि क्षेत्र के सैकड़ों किसानों की आजीविका भी संकट में पड़ गई है।
ताजा मामला नरसंडा पंचायत के बभना खंधा और बरकी आहर खंधा इलाके का है, जहां खेतों की सिंचाई के लिए लगाए गए 46 बिजली पोलों से करीब डेढ़ किलोमीटर लंबी एबी केबल चोरों ने उड़ा दी।
बिजली विभाग के अनुसार इस चोरी से लगभग 3.11 लाख रुपये की आर्थिक क्षति हुई है। कनीय अभियंता, चंडी ने बताया कि इस घटना की शिकायत चंडी थाना में दर्ज कराई गई है।
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि यह कोई पहली घटना नहीं है। महज दो महीने पहले भी इसी क्षेत्र से करीब दो किलोमीटर लंबी एलटी केबल चोरी हो चुकी थी। चोरी गए तारों को विभाग ने बड़ी मुश्किल से दोबारा लगवाया था, लेकिन चोरों ने फिर से उसी स्थान को निशाना बनाया।
बिजली तारों की चोरी का सबसे बड़ा खामियाजा क्षेत्र के किसानों को भुगतना पड़ रहा है। धान की रोपनी का मौसम चल रहा है और ऐसे समय में बिजली आपूर्ति ठप होने से किसानों की फसलें खतरे में हैं। बिजली के अभाव में किसानों को डीजल पंप और अन्य वैकल्पिक साधनों का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे उनकी खेती की लागत में भारी इजाफा हो रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों और किसानों का आरोप है कि बार-बार चोरी की घटनाओं के बावजूद पुलिस अब तक एक भी चोर को पकड़ नहीं पाई है। इससे चोरों के हौसले बुलंद हैं और आम लोगों में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है।
नरसंडा पंचायत के मुखिया रविंद्र प्रसाद के अनुसार पुलिस की निष्क्रियता के कारण चोर बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दे रहे हैं। अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो स्थिति और बिगड़ सकती है।
बिजली विभाग के अधिकारियों ने आशंका जताई है कि इन चोरी की घटनाओं के पीछे कोई सुनियोजित गिरोह सक्रिय हो सकता है। चोरों का बार-बार एक ही क्षेत्र को निशाना बनाना और उनकी गतिविधियों की सटीकता इस बात की ओर इशारा करती है कि यह काम संगठित तरीके से हो रहा है।
विभाग के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि चोरों को बिजली तारों की कीमत और उनके उपयोग की पूरी जानकारी है। यह आम चोरों का काम नहीं हो सकता।
इधर क्षेत्र के ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन और पुलिस से मांग की है कि बिजली तारों की चोरी की घटनाओं की गहन जांच की जाए। वे चाहते हैं कि दोषियों की पहचान कर सख्त से सख्त कार्रवाई हो। ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
स्थानीय विधायक प्रतिनिधि अनिल सिंह ने कहा कि किसान पहले ही कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। बिजली तारों की चोरी ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। प्रशासन को तत्काल कदम उठाने चाहिए।
बहरहाल, बिजली विभाग के सामने अब दोहरी चुनौती है एक तरफ चोरी की घटनाओं को रोकना और दूसरी तरफ प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द बिजली आपूर्ति बहाल करना। विभाग ने प्रभावित इलाकों में अस्थायी व्यवस्था शुरू कर दी है। लेकिन स्थायी समाधान के लिए पुलिस और प्रशासन के सहयोग की जरूरत है।









