Home नालंदा 18 सितंबर से शुरु होगी प्राथमिक स्कूलों की अर्धवार्षिक परीक्षा, जानें कैसे...

18 सितंबर से शुरु होगी प्राथमिक स्कूलों की अर्धवार्षिक परीक्षा, जानें कैसे होगा मूल्यांकण

0
Half yearly examination of primary schools will start from 18th September, know how the evaluation will be done

हिलसा (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले के प्राथमिक स्कूलों के छात्र-छात्राओं की अर्धवार्षिक मूल्यांकन परीक्षा 18 सितंबर से दो पालियों में आयोजित की जायेगी। यह मूल्याकंण परीक्षा 24 सितंबर तक चलेगा।  राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद पटना के द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को प्राथमिक स्कूलों की अर्धवार्षिक मूल्यांकन परीक्षा शांतिपूर्ण व कदाचार मुक्त वातावरण में आयोजित करने का निर्देश दिया गया है।

उक्त आशय की जानकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी राज कुमार ने दी और बताया कि जिले के प्राथमिक स्कूलों की अर्धवार्षिक मूल्यांकन परीक्षा 2024 की तैयारी शुरू हो गयी है। विभागीय निर्देश के अनुरूप जिले में परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि परीक्षा को लेकर जिले में एक नियंत्रण कक्ष की स्थापना भी की जायेगी, जो 18 से 24 सितंबर तक कार्यरत रहेगा। इसी प्रकार परीक्षा में वीक्षण कार्य करने के लिए शिक्षकों की अदला-बदली की जायेगी। कोई भी शिक्षक अपने मूल विद्यालय में वीक्षण कार्य नहीं करेंगे।

परीक्षा के दिन विद्यार्थी अपने साथ किसी प्रकार की किताब अथवा नोटबुक लेकर विद्यालय नहीं जायेंगे। छात्र -शिक्षकों को परीक्षा की पवित्रता बनाये रखने का निर्देश दिया गया है। किसी भी प्रकार की अनियमितता बरती जाने पर कार्रवाई की जायेगी।

उन्होंने बताया कि वर्ग एक के बच्चों की मौखिक परीक्षा ली जायेगी। जबकि वर्ग दो से आठ तक के बच्चों की लिखित परीक्षा होगी। इसके लिए प्रश्न पत्र सह उत्तर पुस्तिकाएं स्कूलों को उपलब्ध करायी जायेगी। विद्यार्थियों की सह-शैक्षणिक गतिविधियों का आयोजन भी विद्यालय स्तर पर किया जायेगा।

इसमें कई प्रकार की गतिविधियां जैसे- गणितीय खेल, कविता, वर्ड कंपटीशन, क्विज कंपटीशन, भाषण प्रतियोगिता, वाद- विवाद प्रतियोगिता, खेलकूद प्रतियोगिता, चित्रांकन, मूर्ति कला, रंगोली, खिलौने आदि से संबंधित प्रतियोगिताएं आयोजित की जायेगी। मूल्यांकन कार्य के दौरान भी स्कूलों में पठन-पाठन का कार्य जारी रहेगा।

स्कूल कॉम्प्लेक्स को बनाया जायेगा मूल्यांकन केंद्र: प्राथमिक स्कूलों के नजदीकी स्कूल परिसर को मूल्यांकन केंद्र बनाया जायेगा। इसके लिए संबंधित मूल्यांकन केन्द्रों को चिह्नित करने का भी निर्देश दिया गया है।

परीक्षा समाप्त होने के बाद इसी स्कूल कॉम्प्लेक्स में परीक्षार्थियों की व्यवहृत उत्तर पुस्तिकाओं को रखी जायेगी। परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य 26 से 30 सितंबर तक पांच कार्य दिवस में यहीं पूरी की जायेगी। इसी बीच शिक्षकों के द्वारा मूल्यांकन पंजी तथा विद्यार्थियों के प्रगति पत्रक का संधारण भी किया जायेगा।

पांच अक्तूबर को शिक्षक अभिभावक गोष्ठीः  परीक्षा समाप्ति तथा उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के बाद 5 अक्टूबर को सभी प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक अभिभावक गोष्ठी का आयोजन किया जायेगा।

इसी दौरान बच्चों को प्रगति पत्रक भी वितरित किया जायेगा। अभिभावक अपने बच्चों के प्रगति पत्रक का अवलोकन करेंगे तथा अपने बच्चों की प्रगति से संबंधित परामर्श भी देंगे।

इस बार भी बच्चों को अंक की जगह पर ग्रेड दिया जायेगा। ‘ए’ ग्रेड प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को सर्वश्रेष्ठ माना जायेगा। जबकि ‘बी’ और ‘सी’ ग्रेड प्राप्त करने वाले बच्चों को सामान्य और ‘डी’ तथा ‘ई’ ग्रेड प्राप्त करने वाले बच्चों को कमजोर छात्र माना जायेगा।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

error: Content is protected !!
Exit mobile version