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इन 26 नियोजित शिक्षकों के टीइटी प्रमाण पत्र फर्जी होने की जांच का आदेश

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बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले में फर्जी शिक्षकों के पकड़े जाने का सिलसिला लगातार जारी है। इनमें बड़ी संख्या में एक ही नाम के अभ्यर्थी, अलग-अलग जिलों में शिक्षक के रूप में नियोजित होकर बच्चों के साथ-साथ सरकार के साथ भी फर्जीवाड़ा कर रहे हैं।

इस बार सक्षमता परीक्षा के लिए प्राप्त आवेदनों में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को एक बार फिर बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक अभ्यर्थी मिले हैं जिनके नाम, पिता का नाम, माता का नाम के साथ-साथ टीईटी रोल नंबर, टीइटी का सर्टिफिकेट नंबर आदि एक ही है, जबकि वे अलग-अलग जिलों में बरसों से शिक्षण कार्य कर रहे हैं।

इस बार बिहार राज्य में लगभग 860 ऐसे संभावित फर्जी शिक्षक मिले हैं जिनका प्रमाण पत्र किसी दूसरे शिक्षक से मिलता-जुलता है बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा ऐसे सभी शिक्षकों की सूची जारी कर उनके प्रमाण पत्रों के सत्यापन के लिए निर्देश दिया गया है।

नालंदा जिला शिक्षा कार्यालय में शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन शुरू कर दिया गया है। प्रमाण पत्रों का सत्यापन लगातार 7 मार्च से 21 मार्च तक पूरा कर लिया जायेगा।

जिले के सभी संभावित फर्जी शिक्षकों को आवेदन पत्रों के सीरियल नंबर के अनुसार जिला शिक्षा कार्यालय बिहार शरीफ में उपस्थित होना होगा। ऐसे सभी शिक्षकों को अपने सत्यता के संबंध में पुख्ता प्रमाण भी प्रस्तुत करना होगा।

पूर्व में भी जिले के 79 ऐसे शिक्षकों पर जांच के बाद जिला शिक्षा कार्यालय के द्वारा कार्रवाई की गई है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा उपलब्ध कराए गए सूची में जिले के 26 शिक्षकों के टीइट प्रमाण पत्र के फर्जी होने की संभावना है।

प्राथमिक विद्यालय मदारपुर अस्थमा के शिक्षक अमित कुमार, हाई स्कूल पुरैनी गिरियक के शिक्षक गौतम कुमार, मिडिल स्कूल गौसनगर सरमेरा के शिक्षक देवेंद्र कुमार, प्राइमरी स्कूल मदनपुर एकंगरसराय के शिक्षक सतीश कुमार, नवसृजित प्राथमिक विद्यालय नवसुत बीघा राजगीर के शिक्षक गुड्डू कुमार सिंह, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलदरिया गिरियक के शिक्षक खुशबू कुमारी तथा खुशबू कुमारी उत्क्रमित मध्य विद्यालय चांदपुर करायपरशुराय प्राथमिक विद्यालय जफरपुर एकंगरसराय के शिक्षक पंकज कुमार, मिडिल स्कूल तीरा के शिक्षक कुमारी रचना गुप्ता, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलदरिया गिरियक के शिक्षक मयंक राज, उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोयरी बीघा गिरियक के शिक्षक मीनू कुमारी, मिडिल स्कूल दरवेशपुरा कतरी सराय की शिक्षिका नंदिनी, मिडिल स्कूल घोड़ा कटोरा की शिक्षिका पल्लवी, उत्क्रमित मिडिल स्कूल मोहनपुर सरमेरा की शिक्षिका पिंकी कुमारी, परवलपुर की शिक्षिका पूनम कुमारी, रहुई प्रखंड की शिक्षिका प्राची, उत्क्रमित मिडिल स्कूल गुलनी की शिक्षिका प्रेमलता कुमारी, मिडिल स्कूल राजगीर बाजार की शिक्षिका प्रीति कुमारी, मिडिल स्कूल खरूआरा हरनौत की शिक्षिका पूनम कुमारी, मिडिल स्कूल चोरसुआ गिरियक की शिक्षिका रिंकी कुमारी, प्राइमरी स्कूल सकरी इस्लामपुर की शिक्षिका रिंकू कुमारी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय जोड़ारपुर की शिक्षिका सबीता कुमारी, मिडिल स्कूल गोरबिगहा अस्थावा के शिक्षक सत्येंद्र कुमार, उत्क्रमित मिडिल स्कूल कोनंद के शिक्षक श्रवण कुमार, उच्च विद्यालय गोवर्धन बीघा कतरीसराय की शिक्षिका स्मृति स्नेहा आदि के नाम के कई शिक्षक राज्य के अलग-अलग जिलों में कार्यरत है। अब इनके प्रमाणपत्रों के सत्यापन के उपरांत ही असली और नकली शिक्षक में अंतर हो पायेगा।

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