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    Thursday, December 26, 2024
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      लर्निंग रिसोर्स सेंटर का स्वरुप लेगा राजगीर सेंट्रल स्कूल

      राजगीर (नालंदा दर्पण)। पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय नालंदा में पटना संभाग के 53 केंद्रीय विद्यालयों के 240 नवनियुक्त प्राथमिक शिक्षकों का एक दिवसीय अभिविन्यास (प्रशिक्षण) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस तरह यह पहला प्रशिक्षण कार्यक्रम है।

      राजगीर केन्द्रीय विद्यालयराजगीर केन्द्रीय विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय विद्यालय संगठन, क्षेत्रीय कार्यालय, पटना के उपायुक्त सुश्री सोमा घोष एवं सहायक आयुक्त पूर्णेन्दु मंडल द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।

      इस अवसर पर उपायुक्त सुश्री सोमा घोष ने कहा कि बच्चों के मेधा को तराशने और भविष्य को संवारने का महत्वपूर्ण दायित्व प्राथमिक शिक्षकों की है।

      उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020, एफएनएल और एनईपीयूएन भारत मिशन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित होना बहुत ही आवश्यक है। भारत सरकार शिक्षा मंत्रालय के निपुण भारत मिशन महत्वपूर्ण अभियानों में एक है। केंद्रीय विद्यालय इसकी सफलता के लिए हमेशा अग्रसर और तत्पर रहता है। केन्द्रीय विद्यालय रोजगार परक शिक्षा प्रदान कर रहा है।

      उन्होंने कहा कि राजगीर के केन्द्रीय विद्यालय को लर्निंग रिसोर्स सेन्टर के रूप में विकसित किया जायेगा। सभागार का सौन्दर्यीकरण के साथ विद्यालय का सर्वांगीण विकास की योजना शीघ्र तैयार की जायेगी।

      सहायक आयुक्त पूर्णेन्दु मंडल ने केंद्रीय विद्यालय के प्रशासनिक संरचना एवं शिक्षकों के आचार संहिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षक समाज के रोल मॉडल होते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का सामाजिक कर्तव्य है कि अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ईमानदारी पूर्वक करें।

      केन्द्रीय विद्यालय के प्राचार्य विवेक किशोर ने आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यशाला का आयोजन पहली बार राजगीर में किया गया है। जीवन में प्रशिक्षण का बहुत बड़ा महत्त्व है। कुशलता पूर्वक एवं दायित्व निर्वहन के लिए प्रशिक्षित होना आवश्यक है। प्राथमिक शिक्षक यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद निश्चित रूप से कार्यकुशलता में निपुणता हासिल करेंगे।

      वरिष्ठ मुख्याध्यापक संसाधक संजय कुमार राजू ने राष्ट्रीय पाठ्यचर्या 2022 के बारे में बताते हुए कहा कि बदलते परिवेश में शिक्षा को जीवन कौशल से जोड़ते हुए अध्यापन करना है। संसाधक कालेदीन कौशल ने कक्षा में टेक्नोलॉजी के प्रयोग पर बल देते हुए कहा कि 21 वीं सदी टेक्नोलॉजी की सदी है। उसमें प्राथमिक स्तर से ही बच्चों में सिखाने का प्रयास करना होगा।

      उसी कड़ी में मुख्याध्यापक मनीष कुमार ठाकुर एवं खेल शिक्षक प्रभात कुमार ने खेल आधारित शिक्षाशास्त्र के महत्त्व को रेखांकित किया। बच्चों को खेल-खेल में आनंद पूर्वक शिक्षण से गंभीर विषय भी बच्चे बहुत ही आसानी से समझ लेते हैं और आजीवन याद रखते हैं।

      विद्यालय के मुख्य अध्यापक एवं मीडिया प्रभारी संजय कुमार रंजन द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ शिक्षिका किरण पांडेय, डॉ. सुषमा सिंह, अरुण कुमार, राजेन्द्र प्रसाद, संजय कुमार विक्रम कुमार, रोहित वर्मा, अन्नत कुमार, आरती कुमारी, अनुपमा सिन्हा, रवि कुमार, राजीव पांडेय, बिपिन कुमार, निशु कुमारी एवं अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे।

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