हिलसा (नालंदा दर्पण)। हिलसा थाना परिसर में आगामी सरस्वती पूजा को लेकर थानाध्यक्ष द्वारा एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। जिसमें स्थानीय कोचिंग और स्कूल संचालकों को पूजा की तैयारियों के बारे में जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। इस बैठक में मुख्य रूप से यह बताया गया कि 21 जनवरी तक पूजा आयोजकों को प्रतिमा स्थापित करने के लिए लाइसेंस प्राप्त करना अनिवार्य होगा।
थानाध्यक्ष ने स्पष्ट रूप से कहा कि पूजा के दौरान किसी भी प्रकार का डीजे का प्रयोग नहीं किया जाएगा और आयोजकों को ध्वनि प्रदूषण पर कड़ी निगरानी रखनी होगी। साथ ही भड़काऊ पोस्टर, भाषण और आपत्तिजनक गाना बजाने की सख्त मनाही है। पूजा स्थल पर समय का पालन और सुरक्षा व्यवस्था भी प्राथमिकता रहेगी।
नाबालिग बच्चों द्वारा मूर्ति स्थापित करने पर उनके अभिभावकों को लाइसेंस लेने की जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके लिए उन्हें कम से कम 20 लोगों के पहचान पत्र जमा करने होंगे। 4 और 5 फरवरी को प्रतिमा विसर्जन के बाद सुरक्षा व्यवस्था के लिए संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात किया जाएगा और किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस वर्ष विशेष रूप से विधानसभा चुनाव के मद्देनजर थानाध्यक्ष ने आयोजकों से अनुरोध किया कि वे किसी भी प्रकार का राजनीतिक पोस्टर या भाषण न करें और चंदा वसूली की प्रक्रिया से बचें। पुलिस प्रशासन ने पूजा के दौरान शांति बनाए रखने और सभी नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी रखने का आश्वासन दिया।
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